'सरकार मेरा फोन टेप करवा रही' मंत्री किरोड़ीलाल का भजनलाल सरकार पर बड़ा आरोप, फ़ोन टैपिंग से जासूसी तक लगाए ये बड़े आरोप

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान में एक बार फिर से फोन टेप का जिन्न बाहर आ गया है. इस बार कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सोशल मीडिया पर उनका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी सरकार पर संगीन आरोप लगाते नजर आ रहे हैं. वीडियो में वह दावा करते दिख रहे हैं कि उनका फोन टेप किया जा रहा है और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीआईडी को लगाया गया है.
वायरल हो रही वीडियो में किरोड़ीलाल मीणा कह रहे हैं, "मैं आशा करता था. राज बदलेगा, हम जब राज्य में आएंगे तो भ्रष्टाचारियों के नकेल कसेंगे और मुंह का खाया नाक से निकालेंगे..लेकिन मैं निराश हूं. जो-जो आंदोलन पिछले राज में मैंने किए..जिसके कारण आप लोगों ने हमारा साथ दिया और उस काम से हम सत्ता में आए.. उन मुद्दों पर काम नहीं हो रहा. इसीलिए मैंने कुछ मामले बीच में उठाए थे. भ्रष्टाचार को लेकर और दूसरे आप जानते हो.." उन्होंने आगे कहा, "पचास-पचास थानेदारों को गिरफ्तार किया, जो फर्जी थे. मैंने जब कहा की वो परीक्षा रद्द करो..तो सरकार ने मेरी बात मानी नहीं. उलटे सरकार के तरफ से..चप्पे चप्पे पर मेरी सीआईडी की जाती है और मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जाता है. लेकिन वो कोई बुरा काम करता नहीं. इसलिए मैं डरता नहीं.. इसलिए मैं झुकता नहीं..इसलिए टूटता भी नही.. सच कहने से नहीं चूकता...दुनिया की कोई ताकत नहीं मैं जब तक सत्य पर चल रहा हूं. मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता. सत्य परेशान हो सकता है लेकिन सत्य पराजित नहीं हो सकता."कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा पहले भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे हैं. वे लगातार कैबिनेट बैठकों और विधानसभा सत्र से दूरी बनाए हुए हैं, जिससे उनके और सरकार के बीच मतभेद की अटकलें तेज हो गई हैं.
विपक्ष लगातार हमलावर
किरोड़ीलाल मीणा की सरकार के प्रति नाराजगी को लेकर विपक्ष लगातार मुद्दा बना रहा है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा लगातार किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे और उनकी नाराजगी को लेकर सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं. अब इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार को विधानसभा में हंगामा कर सकता है. गौरतलब है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान भी फोन टैपिंग का मामला जोर-शोर से उठा था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था.
फोन टैपिंग का विवाद पहले भी रहा सुर्खियों में
यह पहली बार नहीं है जब राजस्थान में फोन टैपिंग का मुद्दा उठा हो. जुलाई 2020 में सचिन पायलट गुट की बगावत के दौरान भी गहलोत सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगे थे. उस समय मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा ने मीडिया को तीन ऑडियो क्लिप भेजे थे, जिनमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की बातचीत का दावा किया गया था. यह मामला संसद और विधानसभा में भी उठा, जिसके बाद मार्च 2021 में गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में मुकदमा दर्ज करवाया. इस केस में लोकेश शर्मा सरकारी गवाह बन चुके हैं. अब देखना यह होगा कि किरोड़ीलाल मीणा के इन नए आरोपों पर सरकार की क्या प्रतिक्रिया आती है और क्या यह विवाद आगे और गहराता है या नहीं.