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सोना और चांदी के दामों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, लेटेस्ट वीडियो में देंखे कीमत जान आम जनता के उड़े होश

सोना और चांदी के दामों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, लेटेस्ट वीडियो में देंखे कीमत जान आम जनता के उड़े होश
 
सोना और चांदी के दामों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, लेटेस्ट वीडियो में देंखे कीमत जान आम जनता के उड़े होश

 अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी और निवेशकों की बढ़ती रुचि के चलते भारत के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने और चांदी की कीमतों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। स्टैंडर्ड सोना जहां 1000 रुपए की बढ़त के साथ ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया, वहीं चांदी ने इतिहास रचते हुए पहली बार ₹1,18,500 प्रति किलो का आंकड़ा छू लिया।

सर्राफा बाजार से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक वैश्विक अनिश्चितताओं, डॉलर की कमजोरी और निवेशकों का सुरक्षित विकल्प की ओर रुख करने के चलते कीमती धातुओं में भारी तेजी देखी जा रही है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव, यूरोप में महंगाई की चिंताओं और भारत में मानसून की सुस्ती के चलते सोने-चांदी की कीमतों में और उछाल की संभावना जताई जा रही है।

क्यों बढ़ रही है कीमतें?

विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा समय में शेयर बाजारों में अस्थिरता के कारण निवेशक अपनी पूंजी को सोने और चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों में शिफ्ट कर रहे हैं। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सेंट्रल बैंकों की सोने की खरीदारी और डॉलर इंडेक्स में गिरावट ने भी सोने की कीमतों को मजबूती दी है।

भारत में भी आगामी त्योहारों और विवाह सीजन के मद्देनज़र सोने की मांग में इजाफा हुआ है। सर्राफा कारोबारी मानते हैं कि अगस्त-सितंबर में रक्षाबंधन, तीज और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों के चलते मांग और बढ़ेगी, जिससे कीमतों में और उछाल संभव है।

चांदी में भी बड़ी छलांग

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी आई है। बुधवार को चांदी ₹1,800 की बढ़त के साथ ₹1,18,500 प्रति किलो पर पहुंच गई। यह अब तक की सबसे ऊंची कीमत है। औद्योगिक मांग में बढ़ोतरी और इलेक्ट्रिक व्हीकल व सोलर इंडस्ट्री में चांदी के बढ़ते उपयोग को इसकी तेजी का कारण माना जा रहा है।

उपभोक्ताओं पर असर

कीमतों में इस अप्रत्याशित वृद्धि का असर आम उपभोक्ताओं पर साफ दिख रहा है। आभूषण खरीदने की योजना बना रहे ग्राहकों को झटका लगा है। कई ज्वेलर्स का कहना है कि वर्तमान भावों पर ग्राहक खरीदारी से बच रहे हैं और अधिकांश लोग सिर्फ जानकारी लेने आ रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजी अस्थाई हो सकती है और अगर वैश्विक बाजारों में स्थिरता आती है तो आने वाले समय में कीमतों में कुछ नरमी आ सकती है।