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सूर्य मंदिर से लेकर जंगल सफारी तक, वीडियो में देखे वो खूबसूरत जगहें जहाँ रणकपुर जाने वाले हर पर्यटक को जरूर जान चाहिए

सूर्य मंदिर से लेकर जंगल सफारी तक, वीडियो में देखे वो खूबसूरत जगहें जहाँ रणकपुर जाने वाले हर पर्यटक को जरूर जान चाहिए
 
सूर्य मंदिर से लेकर जंगल सफारी तक, वीडियो में देखे वो खूबसूरत जगहें जहाँ रणकपुर जाने वाले हर पर्यटक को जरूर जान चाहिए

राजस्थान के पहाड़ी अंचलों में बसा रणकपुर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि स्थापत्य कला, प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक शांति का अद्भुत संगम है। यदि आप रणकपुर जैन मंदिर देखने की योजना बना रहे हैं, तो यह केवल मंदिर देखकर लौट आने भर का स्थान नहीं है। यहां आसपास ऐसी कई जगहें हैं, जिन्हें देखकर आपकी ट्रिप जीवनभर की यादों में बदल सकती है। आइए जानते हैं रणकपुर जैन मंदिर और उसके आसपास की उन खास जगहों के बारे में, जिन्हें जरूर विजिट करना चाहिए।


1. रणकपुर जैन मंदिर – स्थापत्य का अद्भुत चमत्कार
सबसे पहले बात रणकपुर जैन मंदिर की करें तो यह मंदिर 15वीं सदी में बना एक विशाल संगमरमर का चमत्कार है। यह भगवान आदिनाथ को समर्पित है और इसका निर्माण कार्य लगभग 50 सालों में पूरा हुआ था। इसमें करीब 1444 स्तंभ हैं, और हैरानी की बात यह है कि इनमें से कोई भी स्तंभ एक-दूसरे से मेल नहीं खाता। यह मंदिर न केवल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए बल्कि स्थापत्य कला और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

2. – आस्था और वास्तु का मेल
रणकपुर जैन मंदिर परिसर के पास ही स्थित है सूर्य मंदिर, जिसे सूर्य भगवान को समर्पित किया गया है। यहां की प्राचीन मूर्तियां और दीवारों पर की गई नक्काशी भारतीय संस्कृति की समृद्धता को दर्शाती हैं। इस मंदिर में सूर्य देव की अत्यंत आकर्षक प्रतिमा है, जिसमें वे सात घोड़ों के रथ पर सवार दिखते हैं। सूर्योदय के समय यहां की छटा और भी अद्भुत हो जाती है।

3. रणकपुर जंगल सफारी – रोमांच और हरियाली का संगम
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो रणकपुर जंगल सफारी आपके लिए एक परफेक्ट अनुभव होगा। अरण्य क्षेत्र में बसी यह सफारी आपको वन्यजीवों की दुर्लभ झलक दिखा सकती है जैसे नीलगाय, सियार, तेंदुआ और पक्षियों की अनेक प्रजातियां। यहां की हरियाली, पहाड़ और झरने, खासकर मानसून के समय, ट्रेकिंग और फोटोग्राफी के लिए आदर्श हैं।

4. सडरी गांव – लोकजीवन की झलक
रणकपुर मंदिर से कुछ किलोमीटर दूर स्थित सडरी गांव एक पारंपरिक राजस्थानी गांव है, जहां आप स्थानीय लोगों की जीवनशैली, संस्कृति और हस्तशिल्प को करीब से देख सकते हैं। यहां का बाजार भी छोटा लेकिन रंग-बिरंगा होता है, जहां हस्तनिर्मित वस्तुएं और लोक वस्त्र मिलते हैं। यह स्थान उन लोगों के लिए खास है जो ग्रामीण भारत की आत्मा को महसूस करना चाहते हैं।

5. कुंभलगढ़ किला – इतिहास की दीवारों में बसी शौर्यगाथा
रणकपुर से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित कुंभलगढ़ किला एक और महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल है। यह किला मेवाड़ के महाराणा कुंभा द्वारा बनवाया गया था और इसकी दीवार को ‘भारत की ग्रेट वॉल’ कहा जाता है, जो करीब 36 किलोमीटर लंबी है। यह किला न सिर्फ स्थापत्य की दृष्टि से अनूठा है, बल्कि यहां से आसपास की अरावली पहाड़ियों का दृश्य भी अत्यंत मनोहारी होता है।

6. पार्श्वनाथ मंदिर – शांत वातावरण में ध्यान
रणकपुर के नजदीक पार्श्वनाथ भगवान का एक छोटा लेकिन अत्यंत शांत मंदिर भी स्थित है। यहां कम भीड़ होती है, जिससे यह स्थान ध्यान और आत्मिक शांति के लिए उपयुक्त बन जाता है।

यात्रा को यादगार बनाने के टिप्स:
मंदिर में प्रवेश करते समय ड्रेस कोड और शांति बनाए रखना जरूरी है।
रणकपुर में सुबह-सुबह का वातावरण अत्यंत शुद्ध और शांत होता है, इसलिए सुबह की यात्रा ज्यादा बेहतर अनुभव दे सकती है।
अगर आप फोटोग्राफी में रुचि रखते हैं तो यहां का हर कोना आपको प्रेरित करेगा, लेकिन कुछ मंदिर क्षेत्रों में फोटोग्राफी प्रतिबंधित हो सकती है।