शुद्ध देसी रोमांस से लेकर कई सुपरहिट फिल्मों तक, वायरल फुटेज में जानिए अल्बर्ट हॉल म्यूजियम कैसे बना बॉलीवुड का फेवरेट डेस्टिनेशन ?

राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित अल्बर्ट हॉल म्यूजियम न केवल भारत का सबसे पुराना राज्य संग्रहालय है, बल्कि यह इतिहास, कला और संस्कृति का अनमोल खजाना भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह ऐतिहासिक इमारत बॉलीवुड की भी पसंदीदा शूटिंग लोकेशनों में से एक बन चुकी है? फिल्मों में नजर आने वाले इसके खूबसूरत गुंबद, भव्य गलियारे और रात में जगमगाती इसकी लाइटिंग इसे और भी आकर्षक बना देती है।
इतिहास की झलकियों से सजी शानदार इमारत
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम का निर्माण 1876 में शुरू हुआ था, जब प्रिंस ऑफ वेल्स (बाद में किंग एडवर्ड VII) जयपुर यात्रा पर आए थे। इसके वास्तुशिल्प को सर सैमुअल स्विंटन जैकब ने डिज़ाइन किया था और इसे 1887 में आम जनता के लिए खोला गया। इंडो-सरासेनिक शैली में बनी यह इमारत गुलाबी नगरी जयपुर की पहचान बन चुकी है।म्यूजियम में 23000 से अधिक ऐतिहासिक कलाकृतियाँ हैं, जिनमें मिस्र की ममी, प्राचीन सिक्के, पेंटिंग्स, आभूषण, हथियार और राजस्थानी संस्कृति से जुड़ी कई चीज़ें शामिल हैं। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह सिर्फ देखने भर का म्यूजियम नहीं, बल्कि राजस्थान की गौरवशाली विरासत को जीने का अनुभव देता है।
फिल्मों की नजर में अल्बर्ट हॉल
इतिहास से जुड़ा होने के बावजूद, अल्बर्ट हॉल म्यूजियम सिर्फ पर्यटकों या इतिहास प्रेमियों तक ही सीमित नहीं है। इसकी वास्तुकला, रोशनी और पृष्ठभूमि ने बॉलीवुड के निर्देशकों को भी बेहद आकर्षित किया है।
‘शुद्ध देसी रोमांस’ (2013):
यशराज फिल्म्स की इस चर्चित रोमांटिक कॉमेडी फिल्म की शूटिंग में जयपुर का बड़ा योगदान रहा। फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत, परिणीति चोपड़ा और वाणी कपूर जैसे सितारे नजर आए थे। अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के बाहर की शानदार लोकेशन और इसके पास का राम निवास गार्डन कई दृश्यों में नजर आए। फिल्म के कई रोमांटिक और हल्के-फुल्के दृश्य इसी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में फिल्माए गए।
बजरंगी भाईजान’ (2015):
सलमान खान की इस सुपरहिट फिल्म में भी जयपुर की झलक नजर आई थी। अल्बर्ट हॉल के आसपास का क्षेत्र, जो दिन में सजीव रहता है और रात में रौशनी में नहाया होता है, कैमरे पर बेहद आकर्षक नजर आता है।
‘बधाई हो’ और अन्य फिल्मों में भी झलक:
हाल के वर्षों में कई हिंदी और क्षेत्रीय फिल्मों ने इस म्यूजियम को अपने दृश्यों का हिस्सा बनाया है। इसके अलावा, वेब सीरीज़ और डॉक्युमेंट्री प्रोजेक्ट्स में भी इस जगह की भव्यता को बखूबी दिखाया गया है।
क्यों है फिल्म निर्माताओं की पसंद?
वास्तुकला का कमाल – इंडो-सारसेनिक आर्किटेक्चर वाले इस म्यूजियम की हर दीवार, हर मेहराब में कला बसी हुई है। बैकग्राउंड में ऐसी शाही इमारत मिलना आसान नहीं होता।
रात में लाइट शो – अल्बर्ट हॉल म्यूजियम की रात की सजावट किसी फिल्मी सेट से कम नहीं लगती। रोशनी के रंग और शांति भरा माहौल शूटिंग के लिए उपयुक्त होता है।
सेंट्रल लोकेशन – यह जयपुर के बीचोबीच स्थित है, जिससे शूटिंग क्रू के लिए लॉजिस्टिक्स और परमिशन संबंधी प्रक्रियाएं सरल हो जाती हैं।
सांस्कृतिक प्रभाव – फिल्म की कहानी में अगर राजस्थान, संस्कृति, या परंपरा जुड़ी हो, तो अल्बर्ट हॉल इसे एक असली टच देने में मदद करता है।
टूरिज्म और म्यूजियम की बढ़ती लोकप्रियता
फिल्मों और वेब सीरीज़ में अल्बर्ट हॉल म्यूजियम की झलक देखने के बाद देश-विदेश से हजारों पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं। लोग सिर्फ इसके इतिहास या कलाकृतियों को देखने नहीं आते, बल्कि वो स्थान देखने आते हैं जहां उनके पसंदीदा सितारों ने शूटिंग की थी।राजस्थान सरकार और पर्यटन विभाग ने भी इसे फिल्म शूटिंग के लिए प्रोमोट करना शुरू किया है। अब यहां शूटिंग के लिए अनुमति लेना पहले से अधिक सरल हो गया है। साथ ही, इसका प्रचार भी कई माध्यमों से किया जा रहा है।
अल्बर्ट हॉल म्यूजियम आज सिर्फ एक म्यूजियम नहीं रहा, यह इतिहास और आधुनिक फिल्म संस्कृति का संगम बन चुका है। एक ओर यह राजस्थान की समृद्ध विरासत को सहेजता है, वहीं दूसरी ओर यह भारतीय सिनेमा को भी एक खूबसूरत मंच देता है।अगर आप जयपुर घूमने का विचार कर रहे हैं, तो अल्बर्ट हॉल म्यूजियम को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें। कौन जाने, आपके कैमरे में भी वही दृश्य कैद हो जाए जो कभी सिल्वर स्क्रीन पर देखा था!