अब स्कूली स्टूडेंट्स को कराई जाएगी फ्री टाइगर सफारी, जाने और भी सुविधा
जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स अब टाइगर रिजर्व और सफारी में फ्री टूर कराया जाएगा। इसके साथ ही वन क्षेत्र में बने किले, बुर्ज और पुरानी इमारतों को रिनोवेट कर वहां सनसेट और सनराइज प्वाइंट के साथ ही गेस्ट हाउस डेवलप किए जाएंगे। वहीं वन विभाग के गेस्ट हाउस में अब टूरिस्ट भी ठहर सकेंगे। यह फैसला वन मंत्री संजय शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन की बैठक में हुआ।
वन मंत्री संजय शर्मा ने बताया कि रणथंभौर और सरिस्का समेत प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व और सफारी में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नए फैसेलिटीज सेंटर बनाए जाएंगे। इसके साथ ही स्कूली स्टूडेंट्स में पर्यावरण और वन्यजीवों के प्रति जागरूकता लाने के लिए फ्री टाइगर रिजर्व और सफारी टूर भी कराया जाएगा। हालांकि यह टूर सिर्फ सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए ही फ्री होगा।
उन्होंने बताया कि राजस्थान में वन विभाग के गेस्ट हाउस को अब रीडेवलप किया जाएगा। जिसमें वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही अब टूरिस्ट भी ठहर सकेंगे। इसके साथ ही वन क्षेत्र में बने पुराने किले, बुर्ज, और इमारतों को रिनोवेट कर वहां इंप्रेशन सेंटर, सनराइज और सनसेट प्वाइंट, साइटिंग पॉइंट और गेस्ट हाउस डेवलप किए जाएंगे। शर्मा ने कहा कि ऐसा करने से टूरिस्ट पर्यावरण और वन्यजीवों के बारे में और ज्यादा बेहतर तरीके से समझ सकेंगे।
उन्होंने ने बताया कि राजस्थान में बढ़ते अवैध खनन और शिकार की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा और ज्यादा सख्ती की जाएगी। इसके लिए प्रदेश में वाइल्ड लाइफ सर्वेलेंस और एंटी पोचिंग सिस्टम को और बेहतर और एडवांस बनाया जाएगा। इसके साथ ही बैठक में कोर्ट के आदेश अनुसार सरिस्का में टाइगर रिजर्व एरिया में सड़क बनाने की प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई। इस दौरान अलवर कलेक्टर ने बताया कि सरिस्का टाइगर रिजर्व में 57 हजार हेक्टेयर भूमि में से 50 हजार हेक्टेयर भूमि को वन विभाग के नाम ट्रांसफर किया जा चुका है। शेष भूमि भी जल्द ही ट्रांसफर कर ली जाएगी। इसके साथ ही बैठक में फॉरेस्ट चौकिया में ही मूलभूत सुविधाएं विकसित करने को लेकर भी चर्चा की गई।