जयपुर में करोड़ों की जमीन का फर्जीवाड़ा उजागर, बंधु गृह निर्माण सहकारी समिति के नाम पर बेची सरकारी जमीन, दो आरोपी गिरफ्तार
राजस्थान की राजधानी जयपुर से करोड़ों रुपये के जमीन घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है। जयपुर पुलिस ने बंधु गृह निर्माण सहकारी समिति के नाम पर फर्जी पट्टे जारी कर सरकारी जमीन बेचने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 4 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं, जो इन अवैध सौदों से कमाए गए थे। बताया जा रहा है कि यह फर्जीवाड़ा साल 2022 से लगातार चल रहा था।
फर्जी समिति बनाकर जारी किए गए पट्टे
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने बंधु गृह निर्माण सहकारी समिति के नाम से फर्जी दस्तावेज और नकली मुहरें बनाकर कई भूखंडों पर पट्टे जारी कर दिए थे। इसके बाद उन्होंने इन फर्जी पट्टों के आधार पर जमीनें बेचना शुरू कर दिया। इन जमीनों की कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी अपने जाल में भोले-भाले लोगों को फंसाते थे। वे उन्हें सरकारी अनुमोदन दिखाकर यह भरोसा दिलाते थे कि जमीन पूरी तरह वैध है और समिति के नाम से पंजीकृत है। कई लोगों ने बिना जांच-पड़ताल किए इनसे जमीनें खरीद लीं।
दो गिरफ्तार, रकम बरामद
जयपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने सूचना के आधार पर दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 4 लाख रुपये नकद, फर्जी रजिस्ट्री दस्तावेज, मुहरें और पट्टे बरामद किए गए हैं। पुलिस अब इनसे पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है।
2022 से चल रहा था फर्जीवाड़ा
प्राथमिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि यह फर्जीवाड़ा पिछले दो वर्षों से जारी था। आरोपियों ने अब तक कई लोगों से करोड़ों रुपये ठगे हैं। पुलिस का कहना है कि कुछ सरकारी कर्मचारियों और संपत्ति दलालों की संलिप्तता भी सामने आ सकती है।
पुलिस कर रही है विस्तृत जांच
जमीन घोटाले के इस खुलासे के बाद जयपुर पुलिस ने बंधु गृह निर्माण सहकारी समिति से जुड़े सभी पुराने लेन-देन और रजिस्ट्री दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी के अनुसार, “फर्जी पट्टों का यह नेटवर्क बेहद संगठित तरीके से काम कर रहा था। हमें शक है कि इसमें कई और लोग शामिल हैं। जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी।”
पीड़ितों से अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी ने इस समिति से जमीन खरीदी है या पट्टा लिया है, तो तुरंत स्थानीय थाने से संपर्क करें। ऐसे मामलों में पीड़ितों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।
फर्जीवाड़े से हड़कंप
जयपुर में इस खुलासे के बाद जमीन खरीदारों में हड़कंप मच गया है। रियल एस्टेट से जुड़े लोगों का कहना है कि यह घटना इस बात का सबूत है कि जमीन खरीदते वक्त दस्तावेजों की पूरी जांच बेहद जरूरी है।
