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Jaipur में छात्रों को कोकीन सप्लाई करती थी विदेशी महिला

 
जयपुर में छात्रों को कोकीन सप्लाई करती थी विदेशी महिला

जयपुर न्यूज़ डेस्क  पुलिस में शामिल हुई एक विदेशी महिला से पूछताछ में इंटरव्यू से जुड़े कई खुलासे हुए हैं. महिला शहर के हाईप्रोफाइल छात्रों को कोकीन सप्लाई करती थी। वह 2016 में भारत आई थी, लेकिन उसके बाद अपने देश वापस नहीं लौटी. बिल्डर के बाद एक महिला ने भी गलत नाम और पता बताया था। इसके अलावा मशीन पर जो भी जानकारी दी गई वह गलत है। जब महिला के तांत्रिक की जांच की गई तो पता चला कि वह 3 साल पहले ही रकम चुका चुकी है.सीआई जहीर अब्बास ने बताया कि 31 अक्टूबर की देर शाम सीरियन थाना पुलिस ने लोटस विला स्थित उसके फ्लैट से एक महिला को 7 ग्राम कोकीन और 43 हजार रुपए की शिकायत के साथ गिरफ्तार किया था. पुलिस पूछताछ में महिला ने अपना नाम रानिया अली कैरो बताया और कहा कि वह कुछ समय पहले जयपुर में थी. उसकी बहन यहां एक निजी कॉलेज में पढ़ती है। इस पर पुलिस ने महिला की बहन के बारे में जानकारी दी। मामले में जेल में बंद पी.एस. कृत्य के कारणों की जांच प्रतापनगर थाना पुलिस को सौंपी गई है।1 नवंबर को महिला शिक्षकों को कोर्ट में पेश किया गया और 4 दिनों तक शूटिंग कराई गई. पूछताछ में महिला ने बताया कि वह पंजाब से कोकीन लेकर आई थी. इस पर पुलिस टीम महिला को पंजाब के सुपरमार्केट में ले गई। यहां जांच में पता चला कि महिला टीचर के पास कोई सही जानकारी नहीं थी।

2016 में भारत आया, उसके बाद वापस नहीं लौटा
पुलिस जांच में पता चला कि महिला का नाम लोरा गैस्टन सारा नी रानिया (27) पुत्री न्यांगे निवासी तंजानिया है। भारत आने के बाद वह दिल्ली के राजपुर में फ्लैट लेकर घूम रही थी। इसके बाद वह कुछ महीनों तक पंजाब में रहीं। पुलिस टीम लोरा को दिल्ली ले गई, जहां उसके पासपोर्ट और वीजा की जांच की गई तो पता चला कि उसका वीजा साल 2020 में खत्म हो चुका है। इसके बाद भी वह भारत में छात्रों को खजूर बेच रही थी।

दिल्ली स्थित फ्लैट से कई जानकारियां मिलीं
लोरा के दिल्ली स्थित फ्लैट से प्रताप नगर थाना पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. पुलिस को उन प्रशिक्षकों से भी जानकारी मिली जिनके पास तंजानिया और अन्य देशों से आने वाले छात्रों से कोकीन की पुरानी विरासत थी। पुलिस इस जानकारी पर काम कर रही है. इसके बाद दिल्ली पुलिस की मदद से पुलिस ने प्लास्टिक सप्लायर्स की संलिप्तता का और अनुमान लगाया. लोरा के सामान की जांच के दौरान पुलिस को एक पेन ड्राइव समेत कई दस्तावेज और वाहन चालक के बारे में विस्तृत जानकारी मिली, जिससे पुलिस मुख्य तस्करों तक पहुंच सकती है। इसके बाद पुलिस टीम ने महिला की निशानदेही पर उसे बरामद कर लिया और जयपुर ले आई।

पूछताछ के दौरान कोकीन के छात्रों को बंधक बना लिया गया
लोरा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि सचिवालय, प्रताप नगर और जगतपुरा इलाके में बड़े बिल्डरों की कई फैक्ट्रियां उसके संपर्क में हैं, जो नशे के आदी हैं। वह दिल्ली से नशे का सामान लाती थी और यहां ठेला लगाती थी। लोरा से पूछताछ के दौरान पुलिस को उसके पास से दो मोबाइल नंबर और एक डायरी बरामद हुई. पुलिस को उस नेटवर्क के बारे में जानकारी मिल गई है जो लोरा से ड्रग्स लेता था. पुलिस अब उन छात्रों की तलाश कर रही है जो लोरा से ड्रग्स लेते थे.

लोरा ने पुलिस को बताया कि वह कई बार जयपुर में छात्रों को लूटकर दिल्ली से कोकीन रेस्टोरेशन तक भाग चुकी है। इतना ही नहीं, कई अन्य छात्र भी हैं जो अपनी तरह की नशे की लत में लिप्त हैं। महिला टीचर अवैध मादक पदार्थ कोकीन को 10,000 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से बेचती थी, जो उसके जीवन-यापन के खर्च के लिए काफी था.

7 ग्राम कोकीन के साथ पकड़े जाने पर 10 साल की सजा का प्रावधान
पुलिस के हत्थे चढ़ी महिला टीचर के पास मिली कोकीन की मात्रा के आधार पर उसे 10 साल की जेल की सजा हो सकती है. इसके अलावा अवधि समाप्त होने के बाद भी गलत तरीके से देश में रहने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। सीआई प्रताप नगर ने बताया कि लोरा की मस्जिद की जानकारी दूतावास को दे दी गई है. उन्हें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. महिला टीचर लोरा ने कोर्ट में पेशी के दौरान खुद को वकील के तौर पर पेश किया.