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गणगौर घाट पर विदेशी टूरिस्ट ने दी परफॉर्मेंस, वीडियो में देखें कालबेलियां नृत्य से लेकर कई प्रस्तुतियां दी

गणगौर घाट पर विदेशी टूरिस्ट ने दी परफॉर्मेंस, वीडियो में देखें कालबेलियां नृत्य से लेकर कई प्रस्तुतियां दी
 
गणगौर घाट पर विदेशी टूरिस्ट ने दी परफॉर्मेंस, वीडियो में देखें कालबेलियां नृत्य से लेकर कई प्रस्तुतियां दी

उदयपुर में चल रहे मेवाड़ महोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को गणगौर घाट पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इससे पहले शहर में पारंपरिक गणगौर यात्रा निकाली गई, जो गणगौर घाट पर समाप्त हुई। महोत्सव में देशी-विदेशी पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने न केवल महोत्सव का आनंद लिया, बल्कि मंच पर अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध भी किया।

गणगौर यात्रा ने मन मोह लिया।
मेवाड़ महोत्सव के दूसरे दिन परंपरा और संस्कृति का संगम देखने को मिला। शाम को गणगौर माता की शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा सजाई गई गणगौर प्रतिमाओं को पारंपरिक धुनों व लोकगीतों के बीच गणगौर घाट लाया गया। पारंपरिक परिधान पहने और सिर पर घड़े लिए महिलाएं इस यात्रा में शामिल हुईं, जबकि पुरुषों ने ढोल-नगाड़ों और लोकगीतों से माहौल को संगीतमय बना दिया।

गणगौर घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहती है
गणगौर यात्रा घाट पर पहुंचने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हुए। इस दौरान गौरंधा, गवरी नृत्य, कालबेलिया, तेरहटली, भवई और लोक गीतों की शानदार प्रस्तुतियां हुईं. कलाकारों के पारंपरिक नृत्य और संगीत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

विदेशी पर्यटकों ने भी मचाई धूम
इस महोत्सव की खास बात यह रही कि सांस्कृतिक मंच पर विदेशी पर्यटकों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं। उन्होंने पारंपरिक राजस्थानी नृत्य में भाग लिया और स्थानीय कलाकारों के साथ प्रस्तुति दी। उनकी भागीदारी से उत्सव का आकर्षण बढ़ गया। पर्यटकों ने विशेष रूप से कालबेलिया और भवई लोक नृत्यों में रुचि दिखाई और मंच पर राजस्थानी कलाकारों के साथ कदम से कदम मिलाए।

राजस्थानी संस्कृति का अद्भुत मिश्रण
मेवाड़ महोत्सव महज एक आयोजन नहीं है बल्कि राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने का एक साधन भी है। यह महोत्सव न केवल स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करता है, बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को राजस्थान की अनूठी परंपराओं से जुड़ने का अवसर भी प्रदान करता है।

महोत्सव आयोजकों के अनुसार, आने वाले दिनों में कई रोमांचक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें शाही नाव की सवारी, राजस्थानी फैशन शो और पारंपरिक खाद्य मेला शामिल हैं।

पर्यटकों में उत्साह, माहौल में उमंग
इस महोत्सव का आनंद लेने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक उदयपुर पहुंचे हैं। कार्यक्रम स्थल पर उत्साह और उमंग देखने लायक था। एक विदेशी पर्यटक ने कहा, "यहां का माहौल अविश्वसनीय है। राजस्थानी संस्कृति और लोक कला को इतने करीब से देखने का अनुभव अविस्मरणीय है।"