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Jaipur प्लास्टिक के टुकड़े बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग, उठा धुएं का गुबार

 
Jaipur प्लास्टिक के टुकड़े बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग, उठा धुएं का गुबार
जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर हरमाड़ा थाना इलाके की लोहामंडी में बुधवार दोपहर एक प्लास्टिक की फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। फैक्ट्री में आग को बुझाने का तीन मजदूरों ने प्रयास भी किया, लेकिन सफलता नहीं मिली और आग विकराल रूप लेने लगी तो मजदूर जान बचाकर भाग छूटे। आग देखते ही देखते इतनी विकराल हो गई कि काफी उंचाई तक धुएं व लपटे उठने लगी। करीब पांच किमी दूरी से ही आग का गुबार दिखाई दे रहा था। मौके पर पहुंची 12 दमकल गाड़ियों की मदद से आग पर एक घंटे में आग पर काबू पाया जा सका।

एएफओ भंवर सिंह हाडा ने बताया कि प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है। लोहा मंडी में तीन माह से केसरी पॉलीमर के नाम से प्लास्टिक की फैक्ट्री संचालित है। जिसमें प्लास्टिक के लम्स को ग्राइंडिंग से छोटे-छोटे टुकड़े करके बाजार में बेचने का काम होता हैं। फैक्ट्री मालिक विशंभर अग्रवाल ने बताया कि फैक्ट्री में करीब 30 से 35 टन प्लास्टिक का सामान व मशीनरी सेट था। फैक्ट्री में रखा सारा माल जलकर खाक हो गया। हाडा ने बताया कि विश्वकर्मा, झोटवाड़ा, बनीपार्क और सरना डूंगर से 12 दमकल की गाड़िया मौके पर पहुंची और करीब 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस ने बिजली निगम के अधिकारियों को सूचना देकर बिजली सप्लाई बंद करवाई। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री में तीन मजदूर काम कर रहे थे, तभी शॉर्ट सर्किट होने से वायर में आग लग गई। तीनों मजदूरों ने आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग ने ही देखते आग में विकराल रूप ले लिया। आग बढ़ती देख तीनों मजदूर जान बचाकर फैक्ट्री से बाहर भाग गए।

आग इतनी भयंकर थी कि आसमान में धुएं का गुब्बार करीब 5 किलोमीटर दूर से ही दिख रहा था। आग की लपटों से फैक्ट्री पर लगा टीनशैड भी पिघल कर मुड़ गया। वहीं पड़ोस में करीब 30 फीट दूरी पर एक अन्य फैक्ट्री में मौजूद लोगों में भी हड़कंप मच गया। यहां से लोग रसोई के सामान चूल्हें लेकर भागते दिखे। चौमूं एसीपी अशोक चौहान, हरमाड़ा थाना अधिकारी दिलीप सिंह, दौलतपुरा थाना अधिकारी मनीष शर्मा भी मौके पर मौजूद रहे। एएफओ भंवर सिंह हाडा ने बताया कि फैक्ट्री में फायर उपकरण नहीं थे। अगर उपकरण होते और श्रमिकों को भी फायर उपकरण चलाने की जानकारी होती तो आग को प्रारंभिक स्तर पर ही काबू किया जा सकता था। लेकिन इस फैक्ट्री में आगजनी से निपटने के लिए किसी तरह के फायर उपकरण नहीं थे। हाड़ा ने बताया कि जल्द ही फैक्ट्री प्रबंधक को इस मामले में नोटिस दिया जाएगा। आसपास क्षेत्र मे संचालित फैक्ट्री व अन्य संस्थानों पर भी फायर उपकरण है या नहीं है इसकी जांच की जाएगी।