हनुमानगढ़ महापंचायत से पहले किसानों को वार्ता के लिए न्योता, एथेनॉल फैक्ट्री विवाद शांत करने की कवायद
राजस्थान के हनुमानगढ़ में इथेनॉल फैक्ट्री के खिलाफ किसानों का विरोध अभी भी कम नहीं हुआ है। किसानों ने 17 दिसंबर को कलेक्ट्रेट पर महापंचायत का ऐलान किया था। जिला प्रशासन ने अब किसानों को मनाना शुरू कर दिया है। इस बीच, जिला प्रशासन ने हालात को शांत करने के लिए कदम उठाए हैं। प्रशासन ने सोमवार को किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया है, और मीटिंग शाम 6 बजे तय की गई है।
फैक्ट्री के खिलाफ लंबे समय से विरोध
दरअसल, हनुमानगढ़ के टिब्बी में इथेनॉल फैक्ट्री के खिलाफ किसान काफी समय से विरोध कर रहे हैं। पिछले बुधवार (10 दिसंबर) को किसानों ने इथेनॉल फैक्ट्री को लेकर आगे की स्ट्रैटेजी पर चर्चा करने के लिए महापंचायत बुलाई थी। जब किसान फैक्ट्री की ओर मार्च कर रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इससे हिंसक प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और आगजनी हुई।
17 दिसंबर को किसानों की महापंचायत
फैक्ट्री में आग लगने के बाद हालात तनावपूर्ण हैं। इस घटना के बाद किसानों में गुस्सा बढ़ गया है। किसानों ने अब 17 दिसंबर को कलेक्टर ऑफिस में महापंचायत बुलाई है, जिसके लिए किसान नेता घर-घर जाकर लोगों से महापंचायत में आने की अपील कर रहे हैं। इस बीच, जिला प्रशासन ने हालात को शांत करने की पहल की है। प्रशासन ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया है।
मीटिंग शाम 6 बजे कलेक्टर ऑफिस में होगी।
मिली जानकारी के मुताबिक, यह मीटिंग आज शाम 6 बजे जिला कलेक्टर ऑफिस में होगी। प्रशासन का कहना है कि हालात को काबू में रखने के लिए बातचीत के जरिए आम सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी। किसान नेताओं ने भी मीटिंग में आने पर सहमति जताई है। किसान आगजनी की घटना की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रशासन चाहता है कि महापंचायत से पहले बातचीत के जरिए हल निकाला जाए।
