लड़कियों की नाभि को लेकर ये क्या बोल गए प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा, सोशल मीडिया पर मचा बवाल

देश के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा इन दिनों जयपुर में हैं। वे विद्याधर नगर स्टेडियम में ईसर गौरा शिव महापुराण कथा का वाचन कर रहे हैं। भगवान शिव और माता पार्वती की कथाओं के साथ-साथ वे युवा पीढ़ी को समाज सुधार के लिए अच्छे संस्कार भी दे रहे हैं। वर्तमान समय में बढ़ते अपराधों को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि आजकल लोगों का खान-पान और पहनावा बदल गया है, जो अपराध बढ़ने का बड़ा कारण है। अगर हम शुद्ध और सात्विक भोजन करेंगे तो हमारे मन में शुद्ध विचार उत्पन्न होंगे। अगर हम मांसाहारी या तामसिक भोजन करेंगे तो व्यक्ति का मन भी तामसिक स्वभाव का हो जाता है।
इसी तरह अगर हम संस्कृति के अनुसार कपड़े पहनने की बजाय पश्चिमी देशों की संस्कृति को अपनाते हैं और छोटे कपड़े पहनते हैं तो यह अपराध को न्योता देने जैसा है। हमें इससे बचना चाहिए। पंडित मिश्रा की इस सलाह को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस शुरू हो गई है। यूजर्स एक्सचेंज पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। अच्छी संगति हो तो उसके कर्म भी अच्छे होंगे और अगर संगति बुरी हो तो व्यक्ति गलत रास्ते पर चला जाता है। पंडित मिश्रा ने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए बड़े शहरों में भेजते हैं। अपनी मेहनत की कमाई लगाकर उन्हें राम बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन बुरी संगति उन्हें रावण बना देती है। उन्होंने राजस्थान की बेटियों से अपने पहनावे का विशेष ध्यान रखने का आग्रह किया।
ध्यान रखें कि नाभि ढकी रहेगी, सुरक्षा बनी रहेगी
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर तुलसी के पौधे की जड़ दिखाई देने लगे तो पौधा एक दिन में मर जाता है। इसी तरह बेटियों को कपड़े पहनते समय ध्यान रखना चाहिए कि पेट की नाभि ढकी रहे। ध्यान रखें कि नाभि ढकी रहेगी, सुरक्षा बनी रहेगी। शालीन कपड़े पहनने से व्यक्ति काफी हद तक अपराध का शिकार होने से बच सकता है। पंडित मिश्रा ने मोबाइल फोन के बढ़ते इस्तेमाल पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इन दिनों बच्चों में भी मोबाइल और सोशल मीडिया का चलन बढ़ गया है। बच्चे जवानी में प्रवेश करने के बाद सीधे बुढ़ापे में प्रवेश कर रहे हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है।
जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में पंडित प्रदीप मिश्रा से ईसर गौरा शिव महापुराण कथा सुनने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी है। लाखों लोग अलग-अलग राज्यों से जयपुर आए हैं। कथा के पहले दिन 1 मई को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी कथा सुनने पहुंची थीं। दूसरे दिन 2 मई को जयपुर सांसद डॉ. मंजू शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमारी, सहकारिता मंत्री गौतम दक और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ भी विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंचे। डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा कि जयपुर के लोगों की अध्यात्म में गहरी आस्था है।
यहां के नागरिक धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि जयपुर में शिव महापुराण की कथा हो रही है। 7 मई तक कथा वाचन जारी रहेगा पंडित प्रदीप मिश्रा पहली बार जयपुर में कथा वाचन कर रहे हैं। उनके मुख से कथा सुनने के लिए देश के कई राज्यों से लोग आए हैं। करीब डेढ़ लाख लोगों के बैठने की क्षमता वाला बड़ा पंडाल बनाया गया है। हालांकि, श्रद्धालुओं की संख्या इससे कहीं ज्यादा है, इसलिए हजारों लोग स्टेडियम के बाहर सड़कों पर या सड़क किनारे बैठकर कथा सुन रहे हैं। लोग पंडित मिश्रा की एक झलक पाने के लिए आसपास की इमारतों पर भी चढ़ रहे हैं। बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों ने पंडाल में पहले से ही अपनी जगह आरक्षित कर ली है। लोग रात में वहीं सोते हैं और दिन में वहीं बैठकर कथा सुनते हैं। 1 मई से शुरू हुई यह कथा 7 मई तक चलेगी।