जयपुर में नकली घी बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़, एक्सक्लुसीव फुटेज में देखें 7500 किलो मिलावटी घी जब्त, 4 आरोपी गिरफ्तार
जयपुर पुलिस ने मिलावटखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली घी बनाने वाली एक फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फैक्ट्री पर छापेमारी कर चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से भारी मात्रा में नकली घी, कच्चा माल, पैकिंग सामग्री और घी बनाने की मशीनें बरामद की गई हैं। यह फैक्ट्री पिछले एक साल से संचालित की जा रही थी और बड़े स्तर पर मिलावटी घी तैयार कर बाजार में खपाया जा रहा था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फैक्ट्री में वनस्पति घी और रिफाइंड सोयाबीन ऑयल को गर्म करके उसमें केमिकल एसेंस मिलाया जाता था, जिससे असली घी जैसी खुशबू और स्वाद तैयार किया जाता था। इसी मिश्रण को नकली घी के रूप में पैक कर बाजार में सप्लाई किया जा रहा था। इस अवैध धंधे का मकसद कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाना था।
जांच में सामने आया है कि आरोपी नकली घी को तेजी से बेचने और ग्राहकों को गुमराह करने के लिए नामी ब्रांड्स के डिब्बों का इस्तेमाल कर रहे थे। सरस, लोट्स, अमूल, कृष्णा और महान जैसी प्रतिष्ठित घी कंपनियों के नाम और डिजाइन वाले डिब्बों में नकली घी भरकर उसे असली बताकर बेचा जाता था। आरोपी हर साइज के डिब्बे पैक करते थे, जिनमें 15 किलो से लेकर 500 ग्राम तक के पैकेट शामिल थे, ताकि छोटे दुकानदारों से लेकर थोक विक्रेताओं तक आसानी से माल पहुंचाया जा सके।
पुलिस की छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से करीब 7500 किलोग्राम नकली घी जब्त किया गया है। इसके अलावा बड़ी मात्रा में खाली डिब्बे, ढक्कन, लेबल, पैकिंग मशीन और घी तैयार करने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल भी बरामद किया गया है। पुलिस ने मौके से घी बनाने की पूरी प्रक्रिया को भी रिकॉर्ड किया है, जो जांच में अहम सबूत के तौर पर इस्तेमाल की जाएगी।
चारों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह नकली घी जयपुर सहित आसपास के जिलों में सप्लाई किया जा रहा था। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा है और किन-किन इलाकों में यह मिलावटी घी बेचा जा रहा था।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नकली घी स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है और इससे लोगों को गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इस तरह की मिलावटखोरी न केवल जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है, बल्कि नामी कंपनियों की साख को भी नुकसान पहुंचाती है। आरोपियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
जयपुर पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे खाद्य पदार्थ खरीदते समय सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध उत्पाद की सूचना तुरंत पुलिस या खाद्य विभाग को दें। पुलिस का कहना है कि मिलावटखोरों के खिलाफ आगे भी सख्त अभियान जारी रहेगा, ताकि लोगों को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री मिल सके।
