परकोटे को छोड़ पूरे जयपुर शहर में ई रिक्शा बैन, वीडियो में जानें ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की हो रही कोशिश
राजधानी जयपुर में अब परकोटा क्षेत्र को छोड़कर पूरे शहर में ई-रिक्शा का संचालन बैन कर दिया गया है। यह निर्णय गुरुवार को जयपुर विकास आयुक्त (JDC) आनंदी की अध्यक्षता में हुई ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में लिया गया। प्रशासन का कहना है कि यह कदम शहर की बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और यातायात को व्यवस्थित करने के लिए उठाया गया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि शहर के कई प्रमुख मार्गों पर अवैध ई-रिक्शा संचालन, गलत पार्किंग, और जाम की स्थिति आम होती जा रही है। ई-रिक्शा की संख्या बेतहाशा बढ़ने से जन परिवहन और आपातकालीन सेवाओं को भी प्रभावित किया जा रहा था।
विशेष रूप से टोंक रोड, अजमेर रोड, झोटवाड़ा रोड, सीकर रोड और दिल्ली रोड जैसे मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा के संचालन से ट्रैफिक की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही थी।
परकोटे क्षेत्र में ही मिलेगा संचालन का अधिकार
परकोटे क्षेत्र यानी पुराना शहर, जहां सड़कों की चौड़ाई कम है और आम जनता की आवाजाही अधिक होती है, वहां ई-रिक्शा को छोटे और पारंपरिक वाहनों के विकल्प के रूप में बनाए रखा गया है।
जेडीसी आनंदी ने कहा,
"शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए यह कदम जरूरी था। परकोटे क्षेत्र में ई-रिक्शा को अभी अनुमति दी जा रही है, लेकिन उसकी संख्या और संचालन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।"
प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश
बैठक में जयपुर ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम, परिवहन विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन क्षेत्रों में प्रतिबंध लागू किया गया है, वहां ई-रिक्शा का संचालन किसी भी हाल में न हो।
इसके लिए स्पेशल ड्राइव चलाने और अवैध ई-रिक्शा को जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, पंजीकृत ई-रिक्शा चालकों को भी नई नीति की जानकारी देने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
ई-रिक्शा चालकों में नाराजगी
इस निर्णय के बाद शहर के ई-रिक्शा चालकों में नाराजगी और असमंजस का माहौल है। उनका कहना है कि ई-रिक्शा उनकी रोजी-रोटी का एकमात्र साधन है और अचानक इस तरह के फैसले से हजारों परिवारों की आजीविका पर असर पड़ेगा।
चालकों ने सरकार से वैकल्पिक व्यवस्था और पुनर्वास योजना की मांग की है ताकि उन्हें किसी तरह का आर्थिक नुकसान न हो।
