PNB बैंक फ्रॉड मामले में ED का बड़ा एक्शन! राजस्थान के 10 ठिकानों पर छापेमारी, करोड़ों रूपए के फर्जीवाड़े से जुड़ा है मामला
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 25 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में ईडी ने शुक्रवार सुबह राजस्थान में 10 ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की टीमों ने जयपुर, बीकानेर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में छापेमारी की। ईडी सूत्रों के अनुसार श्रीगंगानगर निवासी अमनदीप चौधरी ने अपने साथियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक से 25 करोड़ रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए ईडी ने जयपुर में तीन, बीकानेर में दो और हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर में पांच ठिकानों पर छापेमारी की।
बैंक को धोखा देकर लिया लोन
एसीबी ने अक्टूबर 2020 में जोधपुर में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से धोखाधड़ी कर 25 करोड़ रुपये का लोन लिया गया था। बैंक के साथ धोखाधड़ी के मामले में अमनदीप चौधरी, उसकी पत्नी सुनीता चौधरी, ओम प्रकाश व अन्य आरोपी शामिल हैं। मुख्य आरोपी अमनदीप चौधरी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बैंक के साथ धोखाधड़ी की। गोदाम में रखे माल पर उसने पंजाब नेशनल बैंक से 25 करोड़ का लोन लिया था, जिसके बाद गोदाम में रखे माल को बैंक को बिना बताए बाजार में बेच दिया।
दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त
श्रीगंगानगर में अमनदीप चौधरी के आवास और धानमंडी स्थित उनके कार्यालय समेत अन्य व्यापारिक ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। यहां भारी संख्या में स्थानीय पुलिस बल भी तैनात है। ईडी के अधिकारियों ने अब तक कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए हैं। जांच एजेंसी द्वारा बैंक लेन-देन, अचल संपत्तियों और संबंधित खातों की भी गहन जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई पीएनबी घोटाले की तह तक पहुंचने के लिए निर्णायक कदम हो सकती है। ईडी सूत्रों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर आने वाले दिनों में अन्य संबंधित व्यक्तियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा सकती है। साथ ही अमनदीप चौधरी से पूछताछ भी की जा सकती है।
मनी लॉन्ड्रिंग के तहत छापेमारी
एसीबी द्वारा दर्ज मामले को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की धारा के तहत जांच के लिए अपने हाथ में ले लिया है। छापेमारी के दौरान ईडी की टीमों को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड, डिजिटल डिवाइस और संपत्ति से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। इन सभी दस्तावेजों का ईडी द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है। ईडी की जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
