Aapka Rajasthan

Jaipur स्कूलों में डमी एडमिशन का खेल, फीस 25 लेकिन वसूल रहे 55 हजार

 
;

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजधानी में भी ऐसे स्कूल चल रहे हैं, जिनमें न तो पर्याप्त भवन हैं और न ही शिक्षक और न ही कक्षाएं संचालित हो रही हैं. इन स्कूलों के रिकॉर्ड में सैकड़ों बच्चे मिल जाएंगे। दरअसल, राजधानी में डमी प्रवेश का चलन बढ़ गया है। ऐसे में शहर में कई ऐसे स्कूल शुरू हो गए हैं, जो डमी एडमिशन ही ले रहे हैं। सत्र शुरू होते ही ऐसे स्कूलों की शिकायतें जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आने लगी हैं।

डमी के लिए दोगुनी फीस
इन स्कूलों की फीस भले ही 20 से 25 हजार रुपए होती है, लेकिन डमी एडमिशन के नाम पर 55 हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं। इसके एवज में छात्रों को स्कूल न आने की छूट दी जा रही है। बच्चों को सिर्फ परीक्षा के लिए स्कूल बुलाया जा रहा है। दरअसल, ये बच्चे इंजीनियरिंग, मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग जाते हैं। इनमें से ज्यादातर स्कूल की बजाय कोचिंग में समय बिता रहे हैं। राजधानी में ऐसे छात्रों की संख्या करीब 20 से 25 हजार है।

राजस्थान के बाहरी राज्यों से आने वाले छात्र
स्कूलों द्वारा प्रवेश में फर्जीवाड़ा को देखते हुए राजस्थान के बाहर के बच्चे भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जयपुर आते हैं। वे स्कूलों में डमी प्रवेश ले रहे हैं। जयपुर में बिहार, गुजरात, यूपी के बच्चों ने स्कूलों में डमी एडमिशन लिया है। ये बच्चे 10वीं के बाद ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर देते हैं। कोचिंग संस्थानों में वे एक से डेढ़ लाख रुपए खर्च करते हैं। इस तरह एक बच्चे की पढ़ाई पर दो लाख रुपए तक खर्च किए जा रहे हैं।