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उदयपुर के ऑटो चालकों पर जल्द लागू होगा ड्रेस कोड, वीडियो में देखें ऑटो पर होगा नाम और अन्य जानकारी

उदयपुर के ऑटो चालकों पर जल्द लागू होगा ड्रेस कोड, वीडियो में देखें ऑटो पर होगा नाम और अन्य जानकारी
 
उदयपुर के ऑटो चालकों पर जल्द लागू होगा ड्रेस कोड, वीडियो में देखें ऑटो पर होगा नाम और अन्य जानकारी

झीलों की नगरी उदयपुर में अब यात्रियों की सुरक्षा और शहर में ऑटो सेवाओं को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया है। जल्द ही शहर के सभी ऑटो चालकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया जाएगा। इस योजना को प्रशासन और पुलिस मिलकर लागू करेंगे, जिससे न सिर्फ यात्रियों को सुरक्षा का भरोसा मिलेगा बल्कि नियमों की पालना भी सुनिश्चित हो सकेगी।

इस संबंध में जानकारी देते हुए विधायक ताराचंद जैन ने बताया कि प्रस्तावित योजना के तहत हर ऑटो पर उसके मालिक और चालक की पहचान संबंधी पूरी जानकारी स्पष्ट रूप से अंकित की जाएगी। इससे यदि किसी प्रकार की शिकायत सामने आती है, तो संबंधित व्यक्ति की पहचान कर कार्रवाई करना आसान होगा।

ड्रेस कोड लागू करने का उद्देश्य केवल अनुशासन नहीं, बल्कि सुरक्षा भी है। योजना के तहत सभी चालकों को एक निर्धारित वर्दी पहननी होगी, जिसमें उनकी आईडी, बैज और ड्राइवर कोड अंकित होगा। इसके अलावा, ऑटो के दोनों ओर चालक और मालिक का नाम, मोबाइल नंबर और लाइसेंस नंबर भी अंकित किया जाएगा।

विधायक जैन ने कहा, “अक्सर यात्रियों, खासकर महिलाओं और पर्यटकों की तरफ से शिकायतें मिलती रही हैं कि कुछ ऑटो चालक अधिक किराया वसूलते हैं या व्यवहार में अनुशासन नहीं बरतते। इन समस्याओं से निपटने के लिए एक मजबूत और पारदर्शी व्यवस्था लाना बेहद जरूरी हो गया था।”

पर्यटन नगरी होने के कारण उदयपुर में प्रतिवर्ष लाखों देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं, और बड़ी संख्या में ऑटो रिक्शा ही उनकी स्थानीय आवाजाही का प्रमुख साधन होते हैं। ऐसे में ट्रांसपोर्ट सिस्टम का व्यवस्थित और सुरक्षित होना जरूरी हो जाता है।

प्रशासन की इस पहल को शहरवासियों और सामाजिक संगठनों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। लोगों का मानना है कि यदि यह योजना सख्ती से लागू की गई, तो इससे ना सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि अपराध नियंत्रण में भी मदद मिलेगी।

वहीं, ऑटो यूनियन की ओर से भी इस कदम का स्वागत किया गया है, बशर्ते चालकों को यूनिफॉर्म और जरूरी दस्तावेजों के लिए समय और सहायता प्रदान की जाए। यूनियन का कहना है कि वे व्यवस्था में सहयोग देने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसका व्यवहारिक कार्यान्वयन और प्रशिक्षित मार्गदर्शन भी जरूरी होगा।

उम्मीद की जा रही है कि यह योजना कुछ ही हफ्तों में लागू हो जाएगी। फिलहाल प्रशासन द्वारा ड्राइवरों का पंजीकरण, पहचान पत्र वितरण और यूनिफॉर्म तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उदयपुर अब देश के उन गिने-चुने शहरों में शामिल होने जा रहा है, जहां लोक परिवहन प्रणाली को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।