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थायराइड को ना करें नजरअंदाज, हो सकता है जानलेवा, जानें इसके लक्षण और बचाव

 
थायराइड को ना करें नजरअंदाज, हो सकता है जानलेवा, जानें इसके लक्षण और बचाव

जयपुर न्यूज़ डेस्क, थायराइड  एक तितली के आकार की छोटी ग्रंथि है जो हमारी गर्दन के सामने वाले हिस्से में स्थित है. यह ग्रंथि थायरोक्सिन (T4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) नामक दो महत्वपूर्ण हार्मोन को पैदा करती है, जो शरीर के चयापचय को नियंत्रित करने में कारगर साबित होती है. 

जब थायराइड ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती है, तो यह दो तरह की समस्याएं पैदा कर सकती है:
हाइपोथायरायडिज्म: जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायरोक्सिन और ट्राईआयोडोथायरोनिन का पैदा नहीं करती है.
हाइपरथायरायडिज्म: जब थायराइड ग्रंथि बहुत अधिक थायरोक्सिन और ट्राईआयोडोथायरोनिन का पैदा करती है.

इन सब जानकारियों को बाद ये जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि क्या थायराइड जानलेवा हो सकता है?

अधिकांश मामलों में, थायराइड को दवाओं और लाइफस्टाइल में बदलावों से आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है. यदि लाइलाज  छोड़ दिया जाए, तो यह गंभीर हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म का रूप लेकर जानलेवा हो सकते हैं.

हाइपोथायरायडिज्म कुछ गंभीर परिणामों में शामिल हैं:
हृदय गति में धीमी होना
इससे दिल का दौरा  या बोझ पड़ने पर हार्ट काम करना भी बंद कर सकता है. 

मस्तिष्क की कार्यक्षमता में कमी 
इससे भ्रम, मेमोरी लोस और यहां तक ​​कि कोमा भी स्थिति पैदा हो सकती है.

ठंड लगना 
यदि इसे पीड़ित व्यक्ति अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में असमर्थ रहता है तो वह  जिससे हाइपोथर्मिया काशिकार बन सकती है, जो कई बार जानलेवा साबित होता है. 

डिप्रेशन
 हार्मोनल असंतुलन होने और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं भी इंसान को काफी पकेशान कर देती है. जिससे वह डिप्रेशन का शिकार बनने लगता है. 

बांझपन (Infertility)

इसके शरीर में बढ़ने से यह प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है.

थायराइड की समस्या को रोकने के लिए कुछ चीजें को रोजमर्रा की जीवनशैली का हिस्सा बनाकर  लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाया जा सकता है जो इस प्रकार है:
स्वस्थ आहार खाएं
फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटी(जिन फूड्स में फैट तथा कोलेस्ट्राल कम पाया जाता है ) से भरपूर आहार जैसे  टोफू , अंडा, सोया और चिकन जैसी चीजें आपने खाने में शामिल करे.

रोज एक्सरसाइज करें
थॉयराइड वाले व्यक्ति को सप्ताह में कम से कम 150 मिनट तक धीरे से लेकर तेज वाले व्यायाम करने चाहिए ,जिससे शरीर में आलस अपना डेरा न बना सके. 

स्वस्थ वजन बनाए रखें
यदि आप अधिक वजन वाले हैं या मोटे हैं, तो वजन कम करने से थायराइड की समस्याओं का खतरा कम हो सकता है.