84वें उर्स की रौनक में रंगी दीवाना शाह दरगाह! लाखों जायरीन करेंगे हाजिरी, अमन-चैन की मांगी जाएंगी दुआएं
राजस्थान की धरती पर कौमी एकता और सूफी रंग की सबसे खूबसूरत मिसाल मानी जाने वाली दरगाह शरीफ हजरत दीवाना शाह साहब का 84वां उर्स इस साल 1 अगस्त से शुरू हो रहा है। तीन दिवसीय यह उर्स 3 अगस्त को ज़ोहर की नमाज़ से पहले कुल की फ़ातिहा पढ़ने के साथ संपन्न होगा। हर साल की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु कपासन पहुँचेंगे। उर्स के दौरान सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव कपासन रेलवे स्टेशन पर किया जाएगा, ताकि जायरीनों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
उर्स की तैयारियाँ ज़ोरों पर
दरगाह वक्फ कमेटी और जिला प्रशासन मिलकर उर्स की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। दरगाह परिसर में वाटरप्रूफ टेंट, अस्थायी पुलिस चौकी, मेडिकल टीम और मेटल डिटेक्टर जैसी सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गई हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस बल और दरगाह सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। तीनों दिन देश भर से प्रसिद्ध कव्वाल पार्टियाँ अपने कलाम पेश करेंगी। दरगाह परिसर को सजाया गया है और हाल ही में बनाए गए चार बड़े गुंबद लाखों जायरीनों के लिए ठहरने की व्यवस्था करेंगे।
राजस्थान की सबसे बड़ी दरगाह
दरगाह परिसर 30 बीघा ज़मीन पर फैला हुआ है। यहाँ 5 क्विंटल चांदी से बने दरवाज़े और खिड़कियाँ तथा एक किलो से ज़्यादा सोने से बना कलश दरगाह की भव्यता की गवाही देते हैं। इसे राजस्थान की सबसे बड़ी दरगाह माना जाता है। दीवाना शाह साहब के उर्स में हर धर्म के लोग शिरकत करते हैं और देश की सलामती, अमन-चैन और आपसी भाईचारे की दुआ माँगते हैं। कपासन तीन दिनों तक सूफी रंगों में डूबा रहेगा।
