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डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने जयपुर रेंज की ली बैठक, हार्डकोर अपराधियों को लेकर दिए एक्शन के निर्देश

डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने जयपुर रेंज की ली बैठक, हार्डकोर अपराधियों को लेकर दिए एक्शन के निर्देश
 
डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने जयपुर रेंज की ली बैठक, हार्डकोर अपराधियों को लेकर दिए एक्शन के निर्देश

राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और पुलिस को पूरी तरह से लोगों पर केंद्रित बनाने के मकसद से मंगलवार को जयपुर ग्रामीण में जयपुर रेंज लेवल की रिव्यू मीटिंग हुई। मीटिंग की अध्यक्षता डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) राजीव कुमार शर्मा ने की। मीटिंग के दौरान, DGP ने अधिकारियों को साफ संदेश दिया कि पुलिस की प्राथमिकता आम आदमी को जल्दी और संवेदनशील न्याय दिलाना होनी चाहिए। उन्होंने थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे खुद यह पक्का करें कि हर पीड़ित की शिकायत को गंभीरता से सुना जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए।

DGP ने क्राइम कंट्रोल के लिए जीरो-टॉलरेंस पॉलिसी अपनाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वॉन्टेड अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी और हार्डकोर अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए। चोरी, डकैती और जबरन वसूली जैसे मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद चार्जशीट दाखिल करने और चोरी का सामान बरामद करने में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अपराधी फरार नहीं होने चाहिए।

DGP ने 100% कन्विक्शन रेट हासिल करने का लक्ष्य रखा और निर्देश दिया कि सबूत इकट्ठा करने का काम साइंटिफिक तरीके से और मजबूती से किया जाए ताकि अपराधी कोर्ट से भाग न सकें।

60 दिनों के अंदर केस निपटाने के निर्देश
DGP ने टेक्निकल क्राइम पर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने निर्देश दिया कि साइबर क्राइम, IT एक्ट, POCSO और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से जुड़े पेंडिंग केस 60 दिनों के अंदर निपटाए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि साइबर हेल्पलाइन 1930 पर मिली शिकायतों पर तुरंत और असरदार कार्रवाई की जाए।

ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश
गैर-कानूनी ड्रग के धंधे पर सख्त कार्रवाई करते हुए DGP ने चेतावनी दी कि अगर किसी भी थाना इलाके में ड्रग या MD ड्रग की फैक्ट्रियां मिलीं, तो संबंधित थाना इंचार्ज और सुपरवाइजरी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए कालिका यूनिट को और एक्टिव करने और ट्रैफिक मैनेजमेंट को बेहतर बनाने में लोकल वॉलंटियर्स की भागीदारी बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए।

पेंडिंग केस पर कार्रवाई
इसके अलावा, DGP ने पेंडिंग केस की रेगुलर मॉनिटरिंग करने, केस ऑफिसर स्कीम के तहत पहचाने गए केस में असरदार कार्रवाई करने, झूठे केस दर्ज करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, संतरी ड्यूटी में सतर्कता बनाए रखने और धार्मिक और टूरिस्ट जगहों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात करके सुरक्षा मजबूत करने का अपना वादा दोहराया।