Aapka Rajasthan

डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने अजमेर में दिव्यांग बच्चों के साथ ​बिताया समय, फुटेज में देखें खेला बैडमिंटन और सिखाया मिट्टी का लड्डू बनाना

डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने अजमेर में दिव्यांग बच्चों के साथ बिताया समय, फुटेज में देखें खेला बैडमिंटन और सिखाया मिट्टी का लड्डू बनाना
 
डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने अजमेर में दिव्यांग बच्चों के साथ ​बिताया समय, फुटेज में देखें खेला बैडमिंटन और सिखाया मिट्टी का लड्डू बनाना

राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने बुधवार को अजमेर में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग बच्चों के साथ समय बिताया और उन्हें प्रेरित करने वाला उदाहरण प्रस्तुत किया। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ बच्चों के साथ बैडमिंटन खेला, बल्कि एक बच्ची को मिट्टी का लड्डू बनाना भी सिखाया। उनके इस मानवीय और सहज व्यवहार ने वहां मौजूद सभी बच्चों और शिक्षकों का दिल जीत लिया।

बच्चों के साथ खेलते हुए जुड़ा भावनात्मक रिश्ता

कार्यक्रम के दौरान जब दीया कुमारी ने बैडमिंटन रैकेट उठाया और बच्चों के साथ खेलना शुरू किया, तो बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और उत्साह देखते ही बन रहा था। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए उनके सवालों का जवाब भी बेहद सरल और स्नेहपूर्ण तरीके से दिया।

जब बच्चे ने पूछा– “इतनी जिम्मेदारी कैसे निभाते हो?”

एक मासूम बच्चे ने जब डिप्टी सीएम से पूछा,
"आप इतनी जिम्मेदारी कैसे संभाल लेते हो?"
तो दीया कुमारी ने मुस्कराते हुए कहा –
"टाइम वैल्यूएशन को सही तरीके से करना बहुत जरूरी होता है। अगर हम समय का सही उपयोग करना सीख लें, तो किसी भी जिम्मेदारी को निभाना मुश्किल नहीं होता। साथ ही, जीवन में कभी भी सीखना बंद नहीं करना चाहिए।"
उनकी इस बात ने बच्चों को प्रेरणा देने का काम किया।

मिट्टी से जोड़ी सांस्कृतिक जड़ों की सीख

कार्यक्रम में एक और खास पल तब आया जब दीया कुमारी ने एक बच्ची को मिट्टी का लड्डू बनाना सिखाया। यह गतिविधि न सिर्फ रचनात्मक थी, बल्कि बच्चों को सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों से जोड़ने का प्रयास भी था। उन्होंने कहा कि मिट्टी से जुड़ना हमें प्रकृति और सादगी के महत्व को समझने में मदद करता है।

संवेदनशील नेतृत्व की मिसाल

दीया कुमारी का यह दौरा केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं थी, बल्कि एक संवेदनशील और मानवीय नेता की छवि को सामने लाता है। उन्होंने बच्चों की कला, खेल और रचनात्मकता को सराहा और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके सरल व्यवहार ने दिव्यांग बच्चों को यह विश्वास दिलाया कि वे भी समाज की मुख्यधारा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

आयोजकों और परिजनों ने की सराहना

कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों, अभिभावकों और आयोजकों ने दीया कुमारी की सरलता, सहानुभूति और प्रेरणादायक बातों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल बच्चों का मनोबल बढ़ाते हैं, बल्कि समाज को भी सकारात्मक संदेश देते हैं।