इस वजह से NHAI के अधिकारियों पर आगबबूला हुई डिप्टी सीएम Diya Kumari, बोलीं "घटिया काम नहीं चलेगा"

प्रदेश की उपमुख्यमंत्री एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री दीया कुमारी ने हाईवे की घटिया क्वालिटी को लेकर एनएचएआई के अधिकारियों को फटकार लगाई। दीया ने अधिकारियों से कहा कि आप ठेकेदार का पक्ष क्यों ले रहे हैं, उसे तुरंत नोटिस जारी करें। दरअसल, दीया कुमारी बुधवार को गंगापुर सिटी के दौरे पर थीं। इस दौरान उन्होंने लालसोट-गंगापुर-करौली नेशनल हाईवे (एनएच-23) पर हो रहे चौड़ीकरण कार्य का जायजा लिया। मौके पर सड़क की घटिया क्वालिटी देखकर दीया कुमारी भड़क गईं। दीया कुमारी ने अधिकारियों से कहा- इतना घटिया काम नहीं चलेगा। मुझे इस सड़क में कुछ नजर नहीं आ रहा है। मैं आगे बात करूंगी, लेकिन पहले आप तुरंत ठेकेदार को नोटिस जारी करें और इस काम को सही तरीके से करवाएं। इससे पहले भी 25 मार्च को दीया कुमारी ने बाड़मेर-ब्यावर नेशनल हाईवे-25 पर निर्माणाधीन पचपदरा-बांगुड़ी का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान भी उन्होंने घटिया क्वालिटी को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई थी। हम उनके काम की गारंटी देते हैं
इस दौरान सवाई माधोपुर जिला अध्यक्ष मानसिंह गुर्जर भी दीया कुमारी के साथ मौजूद थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मैम जो भी काम करती हैं, उसकी गारंटी हम जनता को देते हैं। इस मौके पर दीया कुमारी ने एनएचएआई अधिकारियों से कहा कि किसी भी हालत में गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिए।
पढ़ें, डिप्टी सीएम और अधिकारियों के बीच बातचीत
दीया कुमारी- आप तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई करें, ऐसा काम, ये घटिया काम नहीं चलेगा
अधिकारी- हां मैम
दीया कुमारी- मुझे ये रेत दिख रही है, ये क्या काम है, चौड़ीकरण के नाम पर चौक से लाइन खींच दी गई।
अधिकारी- मैम, यहीं पर काम हुआ है, अब इसके ऊपर काम होगा
दीया कुमारी- आप उनका पक्ष क्यों ले रहे हैं, आप ये काम करवाइए
अधिकारी- हम पक्ष नहीं ले रहे, हम इस काम को सही तरीके से करवाएंगे
दीया कुमारी- उन्हें नोटिस दीजिए, मैं आगे भी उनसे बात करूंगी, काम अच्छा होना चाहिए, गुणवत्ता से बिल्कुल भी समझौता नहीं होना चाहिए।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने काम में हो रही देरी के लिए पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों और ठेकेदार को फटकार लगाई। ठेकेदार, अधीक्षण अभियंता (एसई) और अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) एनएच सर्किल जोधपुर को नोटिस जारी करने के आदेश दिए। मुख्य अभियंता (एनएच) को 15 दिन में वास्तविक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।