उत्तर-पश्चिम राजस्थान में घना कोहरा, कई जिलों में 5 से 7 डिग्री तक गिरा दिन का तापमान
राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी जिलों में मंगलवार को मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। घने कोहरे और ठंडी हवाओं के चलते बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, नागौर समेत कई जिलों में दिन के तापमान में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। सुबह से ही छाए घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम रही, जिससे आम जनजीवन के साथ-साथ यातायात भी प्रभावित हुआ।
कोहरे का असर सबसे ज्यादा सुबह के समय देखने को मिला। कई इलाकों में दृश्यता 50 से 100 मीटर तक सिमट गई। हाईवे और शहरों की सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। स्कूल जाने वाले बच्चों, दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों और किसानों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा। ठंड और कोहरे के कारण लोग देर तक घरों में दुबके रहे।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव और उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम राजस्थान में तापमान में यह गिरावट दर्ज की गई है। बाड़मेर और जोधपुर जैसे अपेक्षाकृत गर्म माने जाने वाले जिलों में भी दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया। बीकानेर, चूरू और नागौर में ठंड का असर ज्यादा तेज रहा, जहां लोग दिन में भी गर्म कपड़ों में नजर आए।
कोहरे का असर रेल और सड़क यातायात पर भी पड़ा। कई ट्रेनों के देरी से चलने की खबरें सामने आईं, जबकि हाईवे पर वाहनों की रफ्तार काफी धीमी रही। प्रशासन और यातायात पुलिस की ओर से वाहन चालकों को सावधानी बरतने की अपील की गई है। खास तौर पर सुबह और देर रात के समय वाहन चलाते समय फॉग लाइट और लो बीम हेडलाइट का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
कृषि क्षेत्र में भी मौसम के इस बदलाव का असर देखा जा रहा है। रबी फसलों के लिए हल्की ठंड को अनुकूल माना जा रहा है, लेकिन लगातार घना कोहरा रहने से सरसों और चने जैसी फसलों पर रोग लगने की आशंका भी जताई जा रही है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को फसलों की निगरानी करने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों के दौरान भी उत्तर-पश्चिम राजस्थान में सुबह के समय घना कोहरा बने रहने की संभावना जताई है। साथ ही तापमान में और हल्की गिरावट के संकेत दिए गए हैं। ठंड को देखते हुए प्रशासन ने आमजन से सतर्क रहने और जरूरत होने पर ही सुबह जल्दी बाहर निकलने की अपील की है।
