1.20 करोड़ में डील, कांग्रेस नेताओं की सिफारिश... बवाल के बाद दिनेश खोड़निया की सफाई
RPSC के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटरा एक बार फिर चर्चा का विषय बन गए हैं। इस बयान में कांग्रेस नेता और पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश खोडानिया को ₹1.2 करोड़ (12 मिलियन रुपये) देने का जिक्र था। हालांकि, खोडानिया ने अब सभी आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि वह इस मामले को फिर से उजागर करने वालों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे। खोडानिया ने कहा कि ED ने उन्हें मामले में क्लीन चिट दे दी है और उनके घर से जब्त ₹2.4 मिलियन जारी कर दिए गए हैं। कांग्रेस नेता दिनेश खोडानिया को शक था कि उनकी ही पार्टी के कुछ लोग इस मामले को फिर से उजागर करने में शामिल हो सकते हैं।
SI भर्ती को लेकर उठे सवाल
दरअसल, हाल ही में RPSC द्वारा आयोजित विभिन्न भर्ती परीक्षाओं को लेकर सवाल उठे हैं। सबसे बड़ी आपत्ति 2021 में आयोजित सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को लेकर थी। आरोप था कि परीक्षा से पहले पेपर लीक हो गया था। SOG ने मामले की जांच की, वहीं ED ने भी इसे अपने हाथ में लेकर अपनी जांच की। SOG ने 50 से ज़्यादा ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया जो सब-इंस्पेक्टर के तौर पर चुने जाने के बाद ट्रेनिंग ले रहे थे।
जब ED ने इस मामले में RPSC के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा से पूछताछ की, तो उन्होंने दावा किया कि उनके नाम की सिफारिश उस समय के कांग्रेस MLA और कुछ दूसरे नेताओं ने की थी।
'दिनेश खोडानिया के साथ पैसे की डील'
बाबूलाल कटारा ने अपने बयान में यह भी कहा कि उन्होंने दिनेश खोडानिया के साथ पैसे की डील की थी, लेकिन जब उनसे संपर्क किया गया, तो उन्होंने ऐसे सभी आरोपों से इनकार कर दिया। खोडानिया ने कहा कि वह उन लोगों के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे जो कोर्ट से केस खत्म होने के बाद भी यह बात फैला रहे हैं। खोडानिया ने कहा कि बाबूलाल कटारा का बयान ढाई साल पहले का था, और उन्होंने कोर्ट में इससे इनकार किया था।
ED ने 2.4 मिलियन रुपये ज़ब्त किए
दिनेश खोडानिया ने माना कि ED ने उनके घर की तलाशी ली और उनके मोबाइल फोन समेत 2.4 मिलियन रुपये कैश ज़ब्त किए। खोडानिया ने कहा कि उन्होंने ED की जांच में पूरा सहयोग किया और उनसे आठ घंटे तक पूछताछ की गई। उन्होंने कहा कि पूरी पूछताछ और जांच के बाद ED ने दिल्ली की एक कोर्ट में 45 पेज की रिपोर्ट पेश की, जिसमें कहा गया कि बाबूलाल कटरा और खोडानिया के बीच कोई कनेक्शन नहीं था। कांग्रेस नेता ने कहा कि ED द्वारा जब्त किए गए 2.4 मिलियन रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। केस 28 फरवरी, 2025 को खत्म हो गया था और ED ने केस बंद कर दिया है।
दिनेश खोडानिया मानहानि का केस करेंगे
दिनेश खोडानिया ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए यह भी शक जताया कि उनकी ही पार्टी के कुछ लोग इस विवाद को हवा दे रहे होंगे। खोडानिया ने कहा कि ट्रिब्यूनल ने उन्हें केस में बरी कर दिया था, और बाबूलाल कटारा ने यह भी कहा कि उनका बयान दबाव में दिया गया था। खोडानिया ने आगे कहा कि कटारा ने जेल से उदयपुर कोर्ट में एक लिखित बयान दिया था, जिसमें कहा गया था कि उन पर यह बयान देने के लिए दबाव डाला गया था। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले के पीछे उनकी पार्टी के कुछ सदस्य हो सकते हैं। उन्हें यह भी शक है कि कुछ स्थानीय लोग इस मामले को बढ़ा सकते हैं। खोडानिया ने कहा कि वह इस मामले में मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
