जयपुर में 5 करोड़ के क्रिप्टो साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, दो सरगना समेत तीन गिरफ्तार
राजस्थान की राजधानी जयपुर से साइबर अपराध का एक बड़ा मामला सामने आया है। जवाहर सर्कल थाना पुलिस ने करीब 5 करोड़ रुपए के क्रिप्टो करेंसी लेन-देन से जुड़े साइबर फ्रॉड के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने साइबर ठगी के दो मुख्य सरगना और एक खाता धारक को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई को साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी लंबे समय से क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लोगों को निवेश का झांसा देकर ठगी कर रहे थे। जांच में सामने आया है कि यह गिरोह सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स के जरिए लोगों से संपर्क करता था और उन्हें कम समय में ज्यादा मुनाफे का लालच देता था। भरोसा जीतने के बाद पीड़ितों से पैसे लेकर उन्हें अलग-अलग बैंक खातों और डिजिटल वॉलेट्स के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी में ट्रांसफर कर दिया जाता था।
जवाहर सर्कल थाना पुलिस को इस गिरोह की जानकारी एक पीड़ित की शिकायत के बाद मिली। शिकायत में बताया गया कि उससे क्रिप्टो निवेश के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू की। साइबर सेल की मदद से लेन-देन के डिजिटल ट्रेल को खंगाला गया, जिसके बाद पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ।
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह ने अब तक करीब 5 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी को अंजाम दिया है। गिरफ्तार किए गए दो सरगना इस पूरे नेटवर्क को संचालित कर रहे थे, जबकि तीसरा आरोपी खाता धारक के रूप में ठगी की रकम को इधर-उधर ट्रांसफर करने में मदद करता था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल फोन, लैपटॉप, बैंक दस्तावेज और अन्य डिजिटल सबूत भी जब्त किए हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह केवल जयपुर ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के लोगों को भी अपना शिकार बना चुका है। फिलहाल आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। साथ ही, ठगी की गई रकम की रिकवरी के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
