अलवर में देवजी की डूंगरी पर मंदिर तोड़ने को लेकर बवाल, वीडियो में देखें टीकाराम जूली ने किया कडा विरोध तो ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन
जिले की उमरैण पंचायत के देवजी की डूंगरी पर स्थित देवनारायण भगवान के निर्माणाधीन मंदिर के एक हिस्से को तोड़े जाने के बाद इलाके में तनाव और विवाद बढ़ गया है। ग्रामीणों ने इसे धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मामला बताते हुए डूंगरी पर पहुंचकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से मंदिर के नए हिस्से को बिना किसी पूर्व सूचना के तोड़ दिया गया, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है।
ग्रामीणों ने मौके पर एकत्र होकर मंदिर स्थल पर नाराजगी जताते हुए प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना है कि यह स्थान वर्षों से आस्था का केंद्र रहा है और यहां देवनारायण भगवान का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है। लेकिन जिस तरह से मंदिर के एक भाग को ढहाया गया, वह न केवल धार्मिक आस्थाओं पर चोट है बल्कि यह संविधान प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता का भी उल्लंघन है।
टीकाराम जूली का भाजपा सरकार पर हमला
घटना के बाद प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। जूली ने कहा, "भाजपा सरकार की नीयत ही धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की है। यह घटना केवल एक मंदिर तोड़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ी साजिश है जिससे लोगों की आस्था को आहत किया जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि देवनारायण भगवान केवल एक देवता नहीं हैं, बल्कि राजस्थान के लाखों लोगों की श्रद्धा और सांस्कृतिक पहचान हैं। ऐसे में उनके मंदिर को नुकसान पहुंचाना सीधे-सीधे समाज की भावनाओं से खिलवाड़ है।
प्रशासन ने दी सफाई
वहीं प्रशासन की ओर से इस कार्रवाई को लेकर सफाई दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि मंदिर निर्माण का नया हिस्सा बिना किसी अनुमति के किया जा रहा था और यह भूमि विवादित श्रेणी में आती है। इसलिए निर्माण को रोका गया और अतिक्रमण हटाया गया। हालांकि प्रशासन की यह दलील ग्रामीणों को रास नहीं आ रही है और वे इसे पक्षपातपूर्ण कार्रवाई मान रहे हैं।
ग्रामीणों की मांग: दोषियों पर कार्रवाई हो
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिर को तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और मंदिर का पुनर्निर्माण सरकारी खर्चे पर कराया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
