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कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली स्थगित, वीडियो में देखें उदयपुर में 10 मई को प्रस्तावित थी रैली

कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली स्थगित, वीडियो में देखें उदयपुर में 10 मई को प्रस्तावित थी रैली
 
कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली स्थगित, वीडियो में देखें उदयपुर में 10 मई को प्रस्तावित थी रैली

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) द्वारा देशभर में चलाए जा रहे संविधान बचाओ अभियान के तहत 10 मई को प्रस्तावित जिला स्तरीय रैली को स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से निर्देश मिलने के बाद लिया गया। रैली की तैयारी में जुटे जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को इस स्थगन की सूचना मुख्यालय से प्राप्त हुई।

इससे पहले बुधवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें रैली की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई जा रही थी। बैठक में जिला अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस और अन्य संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। सभी ने रैली को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारियों का बंटवारा भी कर लिया था। लेकिन देर शाम कांग्रेस मुख्यालय से आए संदेश में कहा गया कि 10 मई की निर्धारित रैली को फिलहाल स्थगित कर दिया जाए और आगामी निर्देश का इंतजार किया जाए।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि रैली का मकसद जनता के बीच यह संदेश देना था कि देश के संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारे कार्यक्रम का उद्देश्य जनता को जागरूक करना है कि कैसे मौजूदा केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता को कमजोर कर रही है। हम इस मुहिम को आगे भी जारी रखेंगे।”

रैली में संविधान की प्रस्तावना का पाठ, जनसभाएं और संविधान रथ यात्रा जैसी गतिविधियों को शामिल किया जाना था। इसके अलावा स्थानीय समस्याओं और लोकतांत्रिक अधिकारों पर केंद्र सरकार की कथित चुप्पी को भी रैली में उठाया जाना था।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, रैली को स्थगित करने का निर्णय संगठनात्मक कारणों और कुछ राज्यों में चल रही चुनावी व्यस्तताओं के चलते लिया गया है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व चाहता है कि संविधान बचाओ अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर एकरूपता और प्रभाव के साथ आगे बढ़ाया जाए। इसके लिए नई तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।

स्थगन के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में अभियान को लेकर उत्साह बना हुआ है। युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे हर गांव और मोहल्ले में जाकर संविधान के मूल सिद्धांतों को आम जनता तक पहुंचाने का काम जारी रखेंगे।

यह अभियान ऐसे समय में चलाया जा रहा है जब देश में लोकसभा चुनावों की आहट है और विभिन्न राजनीतिक दल अपने-अपने एजेंडे को जनता के सामने ला रहे हैं। कांग्रेस का यह अभियान बीजेपी के उस नैरेटिव को चुनौती देता है जिसमें “नए भारत” और “एक राष्ट्र, एक चुनाव” जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।