कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने सरकार पर तंज कसा, फुटेज में देखें मंत्रियों की जनसुनवाई और यमुना जल परियोजना को लेकर उठाए सवाल
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार को राज्य सरकार पर तीखा तंज कसा और कई मुद्दों पर उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। डोटासरा ने मंत्रियों की जनसुनवाई, ईआरसीपी परियोजना और यमुना जल के मुद्दे पर सरकार को घेरा।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए डोटासरा ने कहा, "मैं मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि मंत्रियों की सुनवाई करें, ये बेचारे रो रहे हैं। सुधांश पंत इनके ऐसे स्पेशल असिस्टेंट लगा दिए गए हैं कि ये मंत्रियों की सुनते ही नहीं हैं।"
डोटासरा ने यमुना जल परियोजना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि "मैं लिख कर दे सकता हूं कि शेखावाटी में यमुना का पानी नहीं आएगा। इनके कार्यकाल में ईआरसीपी (East Rajasthan Canal Project) राष्ट्रीय परियोजना नहीं बनेगी।"
उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जब मंत्री प्रभारी मंत्री के रूप में जिलों में जाते हैं, तो वहां कार्यकर्ता उनसे मिलने नहीं आते। डोटासरा ने जोर देकर कहा कि इस तरह का पर्सेप्शन बन चुका है कि मंत्रियों की ही सुनवाई नहीं हो रही है, तो आम जनता की जनसुनवाई कैसे होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि डोटासरा का यह बयान सरकार की कार्यप्रणाली और जनता तक नीतिगत फैसलों के प्रभाव को उजागर करने का प्रयास है। उनके अनुसार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने न केवल जनता की आवाज़ उठाई, बल्कि सरकार के खिलाफ सक्रिय राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश भी की है।
डोटासरा के बयान से स्पष्ट हो गया है कि विपक्ष सरकार के जनसुनवाई और परियोजना प्रबंधन में कमी को मुद्दा बनाकर आने वाले समय में राजनीतिक रूप से सक्रिय रहने वाला है।
