कांग्रेस नेता मंजूलता मीणा ने पीएम मोदी के खिलाफ विवादित नारे पर अड़े रहने का किया ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगाए गए विवादित नारे को लेकर दिल्ली में एक बार फिर राजनीतिक घमासान बढ़ गया है। अपने हालिया बयान पर कायम रहते हुए जयपुर शहर महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष मंजुलता मीणा ने साफ कहा है कि वह किसी भी हालत में माफी नहीं मांगेंगी। उन्होंने न सिर्फ अपना पिछला बयान वापस लिया बल्कि इसे जनता के गुस्से की आवाज भी बताया।
मंजुलता मीणा ने यह विवादित बयान दिल्ली में कांग्रेस की ओर से आयोजित "वोट चोर-गद्दी छोड़" रैली के दौरान दिया। बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में कथित वोट चोरी से जनता बहुत नाराज है। उनका कहना है कि यह नारा गुस्से का इजहार है और वह आज भी अपनी बातों पर कायम हैं।
जनता का गुस्सा
मंजुलता मीणा ने आरोप लगाया कि BJP ने कथित वोटिंग स्कैम के जरिए सत्ता हासिल की है। उन्होंने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग सरकार के दबाव में काम कर रहा है। उनके मुताबिक, संविधान नागरिकों को वोट देने का अधिकार देता है, लेकिन जब वह अधिकार कमजोर होता है तो लोकतंत्र की नींव हिल जाती है।
मोदी सरकार पर निशाना
महिला कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर रोज़गार, युवा, महिला और किसान जैसे बुनियादी मुद्दों पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया। उन्होंने राजस्थान की भजनलाल सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि सरकार तथाकथित "कपली सिस्टम" से बनी थी।
माफ़ी मांगने से साफ़ इनकार
जब पूछा गया कि क्या ऐसे नारे राजनीतिक शिष्टाचार के मुताबिक हैं, तो मंजुलता मीणा ने साफ़ कहा कि वह अपने बयान से पीछे नहीं हटेंगी। नारे को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि यह विपक्ष की राजनीतिक आलोचना करने और जनता की भावना ज़ाहिर करने का एक तरीका है। आखिर में, उन्होंने साफ़ कहा कि वह माफ़ी नहीं मांगेंगी क्योंकि उनके बयान से जनता का गुस्सा और दर्द झलकता है।
