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राजस्थान में कोल्डवेव की लहर, पाला पडने से किसानों में टेशन, वीडियो में देखें सीकर में बर्फ जमी

राजस्थान में कोल्डवेव की लहर, पाला पडने से किसानों में टेशन, वीडियो में देखें सीकर में बर्फ जमी
 
राजस्थान में कोल्डवेव की लहर, पाला पडने से किसानों में टेशन, वीडियो में देखें सीकर में बर्फ जमी

राजस्थान में मौसम अचानक बदल गया है और राज्यवासियों को अगले कुछ दिनों तक तेज ठंड और शीतलहर का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आगामी 3-4 दिनों के लिए राज्य में लगातार ठंड और शीतलहर चलने की संभावना जताई है। इसके मद्देनजर, उत्तर-पूर्वी राजस्थान के 11 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने आम जनता से ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है।

मौसम में इस बदलाव का असर शुक्रवार सुबह से ही दिखाई देने लगा। जयपुर और इसके आसपास के जिलों में बादलों ने पूरे आसमान को घेर लिया है। ठंडी हवाओं के कारण सुबह और शाम के समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में पाला जमना शुरू हो गया है। ऐसे में खेतों और बाग-बगीचों पर सफेद बर्फीली परत देखने को मिल रही है।

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सीकर, जयपुर, नागौर और अन्य कई शहरों में पिछले दो दिनों के दौरान तापमान में लगभग 8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को सीकर और अलवर में कई जगह बर्फ की पतली परत जमी देखी गई। अलवर में करीब 18 दिनों बाद न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस गिरावट ने आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित की है।

यह ठंड की लहर शीतलहर के रूप में जारी रह सकती है। सुबह और रात के समय तापमान सामान्य से काफी नीचे रहने के कारण बुजुर्ग और बच्चे विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं। इस दौरान लोगों को गर्म कपड़े पहनने और ठंडे पानी या खुले स्थान पर कम समय बिताने की सलाह दी जा रही है।

राजस्थान में ठंड का यह प्रभाव सामान्य से कुछ अधिक तेज दिखाई दे रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में कोहरा और धुंध भी रहने की संभावना है। इसके चलते सड़क और ट्रैफिक की स्थिति पर भी असर पड़ सकता है। अधिकारियों ने सुझाव दिया है कि लोगों को अपने घरों और कार्यस्थलों पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

ग्रामीण इलाकों में किसान भी इस मौसम से प्रभावित हैं। खेतों में पाला जमने के कारण फसलों को नुकसान होने का खतरा बढ़ गया है। इस स्थिति में कृषि विशेषज्ञ किसानों को पौधों की सुरक्षा के उपाय अपनाने की सलाह दे रहे हैं। वहीं, शहरी क्षेत्रों में भी आम नागरिकों को ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त गर्म कपड़ों, रजाई और गर्म पेय का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।

मौसम विभाग का कहना है कि यह यलो अलर्ट अगले 3-4 दिनों तक जारी रह सकता है, और इसके बाद मौसम धीरे-धीरे सामान्य होने की संभावना है। फिलहाल लोगों को ठंड और शीतलहर से बचने के लिए सभी जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।

राजस्थान में इस ठंड की तीव्रता ने आम लोगों के जीवन को प्रभावित कर दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान लगातार घट रहा है, और मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी के अनुसार आने वाले दिनों में यह और भी बढ़ सकती है। ऐसे में आम नागरिकों और प्रशासन को मिलकर ठंड से निपटने की तैयारियों को मजबूत करना होगा।