उत्तर भारत में सर्दी की दस्तक: राजस्थान में दिसंबर के आखिरी सप्ताह में कड़ाके की ठंड
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी के बाद अब उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के राज्यों में सर्दी ने फिर से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने के साथ ही उत्तरी हवाएं मैदानी इलाकों में प्रवेश करने लगी हैं।
इस वजह से राजस्थान समेत कई राज्यों में दिसंबर के आखिरी सप्ताह में कड़ाके की ठंड का आगाज हो गया है। ठंड के बढ़ते असर के कारण लोग गर्म कपड़ों और हीटर का इस्तेमाल करने लगे हैं। मौसम विभाग ने कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। सुबह और रात के समय तापमान काफी कम रहने के कारण किसानों, स्कूलों और आम नागरिकों को ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
राजस्थान में सर्दी की इस लहर से पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में यातायात और दिनचर्या पर भी असर पड़ सकता है। विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे खुले में लंबे समय तक न रहें और बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें।
इस सर्दी के कारण राज्य में बिजली और हीटिंग उपकरणों की मांग बढ़ गई है। मौसम विभाग ने भविष्य में और ठंड बढ़ने की संभावना के मद्देनजर सुरक्षा और सावधानी बरतने का निर्देश भी जारी किया है।
