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जयपुर में 2055 तक की यातायात जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार हुआ CMP ड्राफ्ट

 
जयपुर में 2055 तक की यातायात जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार हुआ CMP ड्राफ्ट

जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने शहर के भविष्य को ध्यान में रखते हुए 2055 तक की यातायात संरचना और परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (CMP) का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। इस संदर्भ में मंगलवार को जेडीए मंथन सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जयपुर विकास आयुक्त के साथ-साथ विशेषज्ञों और संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। योजना के तकनीकी सहयोगी के रूप में राइट्स लिमिटेड ने ड्राफ्ट को तैयार किया है।

जयपुर की जनसंख्या आने वाले वर्षों में तेज़ी से बढ़ने वाली है। वर्तमान में शहर ट्रैफिक जाम, अनियोजित पार्किंग और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की चुनौतियों से जूझ रहा है। ऐसे में CMP का उद्देश्य आने वाले 30 वर्षों में जयपुर को स्मार्ट, सुगम और पर्यावरण अनुकूल यातायात प्रबंधन उपलब्ध कराना है।

बैठक में विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि CMP के अंतर्गत मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसमें मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, नई बस रैपिड ट्रांज़िट लाइनों (BRTS), इलेक्ट्रिक बसों की बढ़ोतरी, साइकिल ट्रैक, पैदल पथ और अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों को प्रोत्साहित किया जाएगा। योजना का फोकस निजी वाहनों पर निर्भरता कम करते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की पहुंच बढ़ाना है।

इसके अलावा स्मार्ट सिग्नलिंग सिस्टम, पार्किंग मैनेजमेंट, इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम और ट्रैफिक सुरक्षा को भी CMP का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया गया है। विशेषज्ञों ने बताया कि बढ़ते वाहन आवागमन के साथ शहर में प्रदूषण भी बढ़ रहा है। इसलिए हरित परिवहन को बढ़ावा देना और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करना भी योजना के मुख्य उद्देश्यों में शामिल है।

जेडीए अधिकारियों ने बैठक में शहर के प्रमुख यातायात कॉरिडोर, व्यावसायिक इलाकों, नई विकसित बस्तियों और औद्योगिक क्षेत्रों का भी विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में विकास तेजी से हो रहा है, उन स्थानों पर पहले से ही हाई-कैपेसिटी रोड, पार्किंग स्पेस और सार्वजनिक परिवहन का नेटवर्क तैयार किया जाएगा, ताकि भविष्य में यातायात दबाव को कम किया जा सके।

CMP में तकनीक आधारित डेटा एनालिसिस को प्राथमिकता दी गई है। इसके तहत यातायात सर्वे, यात्रियों के पैटर्न, मौजूदा रोड नेटवर्क की स्थिति और जनसंख्या वृद्धि के आकलन को शामिल किया गया है। राइट्स लिमिटेड ने ड्राफ्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी, जिसके जरिये साल दर साल यातायात सुविधाओं में सुधार किया जाएगा।

जयपुर विकास आयुक्त ने कहा कि यह ड्राफ्ट अब आमजन, विशेषज्ञों और हितधारकों से सुझाव लेने के लिए सार्वजनिक किया जाएगा। प्राप्त सुझावों को शामिल करने के बाद CMP को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि जयपुर को एक वर्ल्ड-क्लास ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जोड़ने में यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।

इस योजना के लागू होने से शहर में सफर तेज, सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक होगा। साथ ही पर्यटन शहर होने के नाते जयपुर आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए भी बेहतर आवागमन सुनिश्चित किया जा सकेगा। CMP के माध्यम से शहर की समग्र यातायात व्यवस्था को आने वाले दशकों के अनुरूप तैयार करना ही जेडीए का मुख्य लक्ष्य है।