सीईटी परीक्षा में अभ्यर्थी अभ्यर्थी से जबरन उतरवाई जनेऊ, Rajasthan में गरमाया ये मामला
जयपुर न्यूज़ डेस्क, अभ्यर्थी से जनेऊ उतरवाने का मुद्दा तूल पकड़ लिया है. विप्र फाउंडेशन ने सरकार से कार्रवाई की मांग की है. अभ्यर्थी ने इसकी शिकायत सीएम भजनलाल शर्मा से की है. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष अलोक राज ने सोशल मीडिया 'X' पर लिखा, "मुझे मीडिया से शाम को पता लगा की सीईटी के एग्जाम सेंटर पर कल (28 सितंबर) को किसी कैंडिडेट का परीक्षा में जनेऊ को उतारने का मामला सामने आया है. जनेऊ चेक करना सही था. लेकिन, उतरवाना अनुचित. लेकिन, मुझे नहीं लगता की टीचर ने किसी दुर्भावना से जनेऊ उतरवाया होगा. शायद उन्होंने चेकिंग के नियमों को मिसिंटरप्रेट किया. अपनी समझ से ड्यूटी की पालन की. उम्मीद है इस मामले को अन्यथा नहीं लिया जाएगा.
जयपुर में एग्जाम सेंटर पर उतरवाया जनेऊ
सीईटी की परीक्षा के दौरान शनिवार (29 सितंबर) को जयपुर में एक अभ्यार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले चेकिंग के लिए पुलिसकर्मियों ने जनेऊ उतारने के लिए बोला तो अभ्यर्थी ने इनकार कर दिया. बाद में यह मामला परीक्षा केंद्र के अधीक्षक यानी स्कूल प्रिंसिपल के पास पहुंचा. प्रिंसिपल ने भी अभ्यर्थी से जनेऊ उतार कर ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश की बात कही. ऐसे में अभ्यर्थी को जनेऊ उतारनी पड़ी.
बांसवाड़ा से जयपुर एग्जाम देने आया था अभ्यर्थी
अभ्यर्थी दरेन दवे बांसवाड़ा के तलवाड़ा का रहने वाला है. वह 27 सितंबर को CET की परीक्षा देने आया था. जयपुर के टोंक फाटक के पास महात्मा गांधी स्कूल में एग्जाम सेंटर था. दूसरी पारी में उसका एग्जाम था. दोपहर 3 बजे सेंटर पर पहुंचा. पुलिसकर्मी अभ्यर्थियों की चेकिंग कर रहे थे. हरेन दवे की पुलिस ने चेकिंग के दौरान जनेऊ उतारने के लिए कहा.
प्रिंंसिपल ने भी कहा तो लिखित में मांगा जवाब
हरेन दवे ने जनेऊ उतारने से मना कर दिया तो मामला स्कूल के प्रिंसिपल के पास पहुंचा. प्रिंसिपल ने भी जनेऊ उतारने के लिए कहा तो अभ्यर्थी लिखित में देने की बात कहते हुए अड़ गया. काफी देर तक विवाद होता रहा. बाद में अभ्यर्थी को जनेऊ उतारकार परीक्षा देनी पड़ी.
प्रिंसिपल और पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
अभ्यर्थी हरेन दवे ने मीडिया को बताया कि राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षाओं के लिए दिशा निर्देश तय किए हैं. इसके बाद जनेऊ उतरवाया गया. विप्र फाउंडेशन से इसकी शिकायत की. इसके बाद ऑनलाइन हेल्प लाइन नंर से सीएम से भी शिकायत की. पुलिसकर्मी और प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.