रिश्वतखोर बाप विधायक दो दिन के रिमांड पर, वीडियो में देखें जयकृष्ण पटेल बोले- मुझे फंसाया जा रहा है

बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र से भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल एक बड़े रिश्वतकांड में पकड़े गए हैं। राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने उन्हें घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया। भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ACB ने विधायक पटेल से 20 लाख रुपये की घूस की रकम भी बरामद की है। इस मामले में पटेल के साथ उनके चचेरे भाई को भी गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने दोनों को दो दिन की रिमांड पर भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक, जयकृष्ण पटेल और उनके रिश्तेदार पर एक सरकारी टेंडर के एवज में घूस मांगने का आरोप है। एसीबी की टीम ने पहले से बिछाए गए जाल के तहत उन्हें रंगे हाथों पकड़ा। जैसे ही रिश्वत की रकम ली जा रही थी, ACB की टीम ने छापा मारा और मौके से ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद दोनों को जयपुर लाया गया, जहां आज कोर्ट में पेशी की गई।
पेशी के दौरान ACB ने कोर्ट से पटेल और उनके भाई की रिमांड मांगी, ताकि पूरे मामले की गहराई से जांच की जा सके। जांच एजेंसी का कहना है कि उनके पास ऐसे कई सबूत हैं जो यह दर्शाते हैं कि यह मामला केवल एक बार की घूसखोरी का नहीं, बल्कि एक संगठित भ्रष्टाचार नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। ACB के वकील ने कोर्ट को बताया कि विधायक द्वारा ली गई 20 लाख की रकम को कहां और किसके बीच में बांटा जाना था, इसका भी पता लगाया जाना जरूरी है। इसके लिए पूछताछ अत्यंत आवश्यक है।
कोर्ट ने दोनों आरोपियों को दो दिन की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है, जिससे ACB को अब आगे की पूछताछ का मौका मिल गया है। बताया जा रहा है कि एसीबी विधायक के मोबाइल फोन, दस्तावेज और बैंक खातों की भी जांच करेगी। साथ ही उनके संपर्क में रहने वाले अन्य लोगों को भी पूछताछ के दायरे में लिया जाएगा।
इस घटना ने बागीदौरा क्षेत्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। भारत आदिवासी पार्टी की ओर से अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सत्ताधारी दल और पूरी राजनीतिक व्यवस्था पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
जनता में भी इस घटना को लेकर भारी रोष देखा जा रहा है। क्षेत्रीय सामाजिक संगठनों और युवाओं ने मांग की है कि भ्रष्टाचार के ऐसे मामलों में चाहे आरोपी कितना भी बड़ा क्यों न हो, सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।