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जयपुर के SMS स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी, ईमेल में 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र, 8 दिन बाद यहीं होना है IPL मैच

जयपुर के SMS स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी, ईमेल में 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र, 8 दिन बाद यहीं होना है IPL मैच
 
जयपुर के SMS स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी, ईमेल में 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र, 8 दिन बाद यहीं होना है IPL मैच

राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित सवाई मान सिंह स्टेडियम (एसएमएस स्टेडियम) को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी गुरुवार सुबह ईमेल के माध्यम से भेजी गई, जिसके बाद स्टेडियम को तुरंत खाली करा दिया गया तथा स्टाफ को वहां से हटा दिया गया। फिलहाल बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं और एसएमएस स्टेडियम में गहन जांच की जा रही है। स्थानीय पुलिस बल भी घटनास्थल पर पहुंच गया है और स्टेडियम के बाहर स्थिति पर नजर रख रहा है तथा लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।

ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख ईमेल में किया गया
यह ईमेल 'पाकिस्तान जेके वेब' नामक मेल आईडी से आया था। इसमें लिखा है- 'ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए हम आपके स्टेडियम में बम विस्फोट करेंगे।' यदि संभव हो तो सभी को बचाओ। अज्ञात लोगों ने इस बम विस्फोट का नाम 'प्रभाकर दिविज' रखा है।

राजस्थान में हाई अलर्ट जारी है।
यह धमकी ऐसे समय दी गई है जब राजस्थान में 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद हाई अलर्ट कर दिया गया है। सभी रेलवे और पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। गश्त बढ़ाई जा रही है। पाकिस्तान की सीमा से लगे पांच जिलों में स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं।

एसएमएस स्टेडियम के बारे में जानें
एसएमएस स्टेडियम एक क्रिकेट स्टेडियम है, जिसका निर्माण जयपुर के पूर्व महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय के शासनकाल के दौरान किया गया था। राजस्थान सरकार के स्वामित्व वाले इस स्टेडियम का प्रबंधन राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा किया जाता है। इस स्टेडियम में लगभग 30,000 लोग एक साथ बैठकर क्रिकेट मैच देख सकते हैं।


यह स्टेडियम इंडियन प्रीमियर लीग की राजस्थान रॉयल्स टीम का घरेलू मैदान है। एसएमएस स्टेडियम में एक टेस्ट मैच भी खेला जा चुका है, जो अब तक यहां खेला गया एकमात्र टेस्ट मैच है। यह मैच भारत और पाकिस्तान के बीच फरवरी 1987 में खेला गया था। इस मैच के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल जिया-उल-हक ने अपनी "शांति के लिए क्रिकेट" पहल के तहत दूसरे दिन का खेल देखने के लिए सीमा पार की थी। वर्षा से प्रभावित यह टेस्ट मैच ड्रा रहा।