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Jaipur चुनाव में हिंदुत्व के साथ ओबीसी कार्ड भी खेल रही भाजपा-कांग्रेस

 
चुनाव में हिंदुत्व के साथ ओबीसी कार्ड भी खेल रही भाजपा-कांग्रेस

 जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान विधानसभा चुनाव में मोटापे की श्रेणी को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच शह-मात का खेल आगे बढ़ गया है. बीजेपी ने भी अब अपना पूरा फोकस छात्र संघ पर कर लिया है. चुनाव में दस्तावेज श्रेणी से 65 फीसदी दस्तावेज भाजपा के दस्तावेज में इस श्रेणी के काम का लेखा-जोखा दिया गया. इसमें राजनीति और वृक्षारोपण, शिक्षा और अन्य विकास में प्रतिनिधित्व शामिल है। इसके लिए केंद्र सरकार में एक ही वर्ग के मंत्री, पार्टी के बड़े नेता और दूसरे राज्यों से एक ही वर्ग के विधायकों को राज्य में बुलाया जा रहा है. 

जिन इलाकों में मौजूदा उद्योगपति हैं वहां इन नेताओं का बड़ा जमावड़ा होगा. बीजेपी कांग्रेस के मध्यस्थों के पोर्टफोलियो को विफल करने की कोशिश कर रही है.मुख्यमंत्री अशोक अशोक ने कुछ महीने पहले राज्य में एकल प्रतिशत को 21 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने और बुनियादी पृथक्करण के लिए अलग से 6 प्रतिशत को शून्य करने की घोषणा की थी. इसके बाद राजस्थान आए राहुल गांधी ने इंटरसेप्ट स्टेक के लिए सिद्धार्थ लोहिया को चुना और कास्टगेट पर जोर दिया.

आखिरी महिला के बारे में भी बात करें.किरोड़ी लाल मीनार बोले- लैपटॉप पेपर मामले में पूछताछ से जांच की बात पर सीएम सहमत होते तो क्यों आते?जीत में बराक ओबामा की भूमिका... किसी भी पार्टी को सत्ता में लाने या बाहर करने में राज्य की अविनाशी आबादी बड़ी भूमिका निभाती है. इनमें करीब 82 जातियां शामिल हैं. इसी वजह से बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही सबसे बड़े वोट बैंक को अपने और अपने करीबियों के कब्जे में रखती हैं. इस वर्ग की महिलाओं की भागीदारी से राजस्थान के सोमनाथ के गणित को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है।