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राजस्थान में निकाय और पंचायत चुनाव से पहले भाजपा सक्रिय, संगठन विस्तार पर फोकस

राजस्थान में निकाय और पंचायत चुनाव से पहले भाजपा सक्रिय, संगठन विस्तार पर फोकस
 
राजस्थान में निकाय और पंचायत चुनाव से पहले भाजपा सक्रिय, संगठन विस्तार पर फोकस

राजस्थान में पंचायत और नगर निगम चुनावों से पहले, BJP ने अपना राजनीतिक आधार मजबूत करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा आज सीकर जिले के 117 BJP पदाधिकारियों से बातचीत करेंगे। मीटिंग में जिले के अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा होगी।

मीटिंग में सीकर में नगर निगम बनाने, नानी बीड़ ड्रेनेज प्रोजेक्ट को हरी झंडी, नहर का पानी और शिक्षानगरी के लिए नया मास्टर प्लान जैसे मुद्दे शामिल होने की उम्मीद है। मौजूदा जिला अध्यक्ष मनोज बटाड़, निवर्तमान जिला अध्यक्ष डॉ. कमल सेखिल, प्रदेश पदाधिकारी, मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारी, विभाग प्रभारी, विभाग सह-प्रभारी, जिला प्रभारी, जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष और मोर्चा के जिला अध्यक्ष शामिल होंगे।

इससे पहले, मुख्यमंत्री सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख नेताओं से भी बातचीत कर चुके हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में संगठन पदाधिकारियों के जरिए जमीनी स्तर की जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक संवाद कार्यक्रम शुरू किया है। इसी के तहत शनिवार को सीकर जिले के पदाधिकारियों से चर्चा की योजना है।

मीटिंग में इन मुद्दों पर चर्चा होगी।

1. नानी बीड़ पानी का डिस्पोजल: एजुकेशन सिटी की यह समस्या विधानसभा में भी उठ चुकी है। मुख्यमंत्री ने सीकर दौरे के दौरान इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। हालांकि, अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। इस वजह से, BJP पदाधिकारी नगर निगम और पंचायत चुनाव से पहले इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की मांग कर सकते हैं।

2. नहर का पानी: यमुना पानी समझौते के बाद भी DPR को मंजूरी न मिलने पर राजनीतिक बहस जारी है। इस वजह से, स्थानीय प्रतिनिधि इस प्रोजेक्ट पर चर्चा करेंगे। अगले चुनाव से पहले इस मुद्दे को फिर से उठाने की रणनीति बनाई जाएगी। राज्यसभा सदस्य तिवारी ने शुक्रवार को यह मुद्दा उठाया।

3. सीकर संभाग और नगर निगम: पिछली सरकार के दौरान सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिले का दर्जा दिया गया था। हालांकि, सरकार के रिव्यू के बाद सीकर संभाग और नीमकाथाना को जिला बनाने का फैसला रद्द कर दिया गया था। ऐसे में, स्थानीय संगठन पदाधिकारियों की ओर से नगर निगम की घोषणा का प्रस्ताव भी पेश किया जाएगा।

4. एकता और टिकट बंटवारा: इस मीटिंग में संगठनात्मक एकता को मजबूत करने, आने वाले प्रोग्राम, सरकार की बड़ी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने और टिकट बंटवारे पर सुझाव आने की उम्मीद है। कई अधिकारियों की योजना विभागों में हुए इनोवेशन के बारे में सरकार को बताने की भी है।

पूर्व जिला अध्यक्षों में सिर्फ शिखवाल को मौका मिला।

संगठनात्मक मीटिंग में पिछले दस सालों में पार्टी का नेतृत्व करने वाले जिला अध्यक्षों के शामिल होने की उम्मीद थी। लेकिन, सीकर जिले में सिर्फ पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. कमल शिखवाल को ही यह मौका मिला। सूत्रों का कहना है कि अगर पिछले तीन या चार जिला अध्यक्षों को इस अहम मीटिंग में बुलाया जाता तो जिले के मुद्दों पर और विस्तार से और गहराई से चर्चा हो सकती थी। इस बीच, रविवार दोपहर 12:30 बजे मुख्यमंत्री ऑफिस में नौ जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया है। चर्चा है कि इन जनप्रतिनिधियों के साथ संगठन के पदाधिकारियों से मिले फीडबैक पर भी चर्चा होगी।