प्राकृतिक सौंदर्य, बोटिंग और बर्ड वॉचिंग का संगम है बीसलपुर बांध, 2 मिनट की डॉक्यूमेंट्री में जानें पर्यटन के लिहाज से क्यों हो रहा है इतना लोकप्रिय
राजस्थान को यूं तो रेगिस्तान, महलों और किलों की भूमि के रूप में जाना जाता है, लेकिन यहां के जलाशय और बांध भी राज्य की प्रकृति और पर्यटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन्हीं में से एक है बीसलपुर बांध, जो न केवल लाखों लोगों के लिए जल जीवन रेखा है, बल्कि अब एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में भी उभर रहा है।बीसलपुर बांध राजस्थान के टोंक जिले में स्थित है, और इसे बनास नदी पर बनाया गया है। जयपुर, अजमेर और टोंक जैसे शहरों के लिए यह बांध पीने के पानी की आपूर्ति करता है। लेकिन बीते कुछ वर्षों में यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और जलविहार की गतिविधियों के कारण पर्यटकों को भी आकर्षित करने लगा है।
पर्यटन में बढ़ती भूमिका
बीसलपुर बांध अब केवल एक जलाशय नहीं रहा, बल्कि यह लोकप्रिय 'वॉटर टूरिज्म डेस्टिनेशन' के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने यहां के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई हैं जिनमें नाव विहार (बोटिंग), व्यू पॉइंट्स, फूड स्टॉल्स, और इको-फ्रेंडली टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया जा रहा है।पर्यटकों के लिए यह स्थान खासतौर पर मानसून के मौसम में आकर्षण का केंद्र बन जाता है, जब बांध का जलस्तर ऊंचाई पर होता है और चारों ओर हरियाली छा जाती है। सूर्यास्त के समय बीसलपुर बांध की छटा देखने लायक होती है। शांत जलराशि, पक्षियों की चहचहाहट और प्राकृतिक सौंदर्य इस स्थान को प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श बनाते हैं।
प्रमुख पर्यटन स्थल व आकर्षण
1. बीसलपुर डैम व्यू पॉइंट
बांध के मुख्य क्षेत्र के पास बना व्यू पॉइंट पर्यटकों का मुख्य आकर्षण है। यहां से पूरे बांध और उसके आसपास के हरियाले परिदृश्य का मनमोहक दृश्य नजर आता है। खासकर सूर्यास्त के समय यह स्थान फोटोग्राफर्स के लिए स्वर्ग बन जाता है।
2. नाव विहार (Boating)
राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा यहां नाव विहार की सुविधा शुरू की गई है। पर्यटक मोटरबोट और पैडल बोट की सवारी कर सकते हैं। यह अनुभव बच्चों और परिवारों के बीच खासा लोकप्रिय हो रहा है।
3. पिकनिक स्पॉट और ओपन गार्डन
बांध के किनारे बनाए गए हरे-भरे लॉन और ओपन एरिया परिवारों के लिए पिकनिक मनाने का उपयुक्त स्थान हैं। यहां स्थानीय लोग भी छुट्टी के दिन घूमने आते हैं और प्राकृतिक वातावरण का आनंद उठाते हैं।
4. स्थानीय खानपान व हाट बाजार
बीसलपुर बांध के आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय ग्रामीण महिलाएं और कारीगर अपने हस्तनिर्मित सामान और पारंपरिक व्यंजन बेचते हैं। इससे पर्यटकों को न केवल ग्रामीण जीवन का अनुभव होता है बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलता है।
5. बर्ड वॉचिंग
मानसून और सर्दियों के मौसम में बांध पर कई प्रजातियों के पक्षी आते हैं। यह स्थान बर्ड वॉचिंग प्रेमियों के लिए भी विशेष है। यहां खासतौर पर जलपक्षी, सारस और अन्य प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है।
आवागमन और ठहरने की व्यवस्था
बीसलपुर बांध जयपुर से लगभग 120 किलोमीटर और अजमेर से लगभग 70 किलोमीटर दूर है। निजी वाहन या टैक्सी से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। टोंक जिले के आसपास कई होटल और रेस्ट हाउस हैं, जो पर्यटकों के ठहरने के लिए उपयुक्त हैं। इसके अलावा कुछ रिसॉर्ट भी अब विकसित किए जा रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएं
राज्य सरकार बीसलपुर को एक पूर्ण विकसित पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रयासरत है। प्रस्तावित योजनाओं में इको-टूरिज्म पार्क, झील किनारे कॉटेज, एडवेंचर एक्टिविटीज और हेरिटेज टूर पैकेज जैसे नवाचार शामिल हैं।
