भजनलाल सरकार एक्शन मोड़ में, Gehlot सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार की होगी उच्च स्तरीय जांच
जयपुर न्यूज़ डेस्क, रविवार को राजस्थान के ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि गहलोत सरकार के समय जयपुर डिस्कॉम के टेंडरों में हुए भ्रष्टाचार और अन्य अनियमितताओं की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच की जाएगी. साथ ही दोषी अधिकारियों और अन्य लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डिस्कॉम टेंडरों की हो रही है जांच
आगे हीरालाल नागर ने कहा कि पिछली गहलोत सरकार के समय प्रदेश में 42 ग्रिड सब स्टेशन बनाए गए थे. जिसके लिए निविदा संख्या टीएन-545, टीएन-546 और आरडीएसएस योजना के टेंडर संख्या 534 और 535 के खिलाफ में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(ACB) के माध्यम से परिवाद प्राप्त हुए थे. जिस पर डिस्कॉम की जांच अभी प्रक्रिया में चल रही है.
दोषी पाए जाने पर टेंडर कर देंगे निरस्त
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि डिस्कॉम के स्तर पर हुई जांच के परीक्षण के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है और जल्दी से अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. नागर ने बताया कि इस कमेटी के दोष सिद्ध होने की रिपोर्ट प्राप्त होते ही टेंडरों को निरस्त करने की कार्यवाही के लिए भी निर्देशित किया गया है.
दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है. गत सरकार के समय के भ्रष्टाचार के अन्य प्रकरणों में भी राज्य सरकार द्वारा निष्पक्षता से जांच की जा रही है. इस प्रकरण में भी निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा. दोषी, चाहे कितना ही बड़ा क्यों न हो उसे सरकार बख्शेगी नहीं.