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सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले रहें सतर्क! जयपुर पुलिस ने किया वाहन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, हुआ चौकाने वाला खुलासा

 
सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले रहें सतर्क! जयपुर पुलिस ने किया वाहन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, हुआ चौकाने वाला खुलासा 

अगर आप सेकेंड हैंड कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। जयपुर समेत राजस्थान के कई जिलों में एक गिरोह सक्रिय है, जो कार पर फर्जी एनओसी तैयार कर लोन चुकाए बिना ही उसे बेच देता है। जयपुर पुलिस ने इस जालसाज गिरोह का खुलासा करते हुए एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

फर्जी एनओसी से कार बेचने का खुलासा
डीसीपी पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि यह मामला तब सामने आया, जब वैल्यू ड्राइव टेक्नोलॉजी फर्म (स्पिनी) ने जयपुर के भांकरोटा थाने में शिकायत दर्ज कराई। फर्म ने आरोप लगाया कि एक ग्राहक ने लोन चुकाए बिना ही फर्जी एनओसी दिखाकर अपनी कार बेच दी। जांच में पता चला कि यह कोई अकेली घटना नहीं है। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस ने विशेष टीम बनाकर जांच शुरू की।

गिरोह का तरीका और तीन गिरफ्तार
पुलिस जांच में पता चला कि गिरोह के सदस्य पहले नई गाड़ियां खरीदते, फिर फर्जी आधार कार्ड के जरिए उन्हें दूसरे व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर कर देते। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन चुकाने का दावा कर एनओसी हासिल कर लेते और फिर गाड़ी बेच देते। इस गिरोह का सरगना विजय अग्रवाल (40) निवासी करौली है, जो जयपुर के जगतपुरा में किराए के फ्लैट में रह रहा था। उसके साथ सजल अग्रवाल (25) और इमरान खान को भी गिरफ्तार किया गया है।

धोखाधड़ी करने का तरीका
विजय अग्रवाल अपने परिचितों को फ्लैट पर बुलाकर उनके आधार कार्ड के पते बदलवा लेता था। बदले हुए पते के आधार पर बैंक खाते खोलकर लोन ले लेता था और फिर वाहनों को दूसरे नाम पर ट्रांसफर करवा लेता था। फर्जी दस्तावेजों से एनओसी भी जारी करवा लेता था और वाहनों को बेच देता था। विजय के खिलाफ कुल 29 मामले दर्ज हैं और वह 17 साल से ठगी कर रहा है।

वह पहले भी कई ठगी कर चुका है
2008: सोडाला थाने में मोटरसाइकिल एजेंसी के नाम पर ठगी।
2012: फर्जी राशन कार्ड पर श्रीराम फाइनेंस से ट्रैक्टर लोन लिया - अजमेर और दौसा में मामले दर्ज।
2016: उदयपुर के हाथीपोल थाने में कार लोन घोटाला।
जयपुर: सदर, विधायकपुरी, भांकरोटा थाने में कई मामले.
नागौर: श्रीराम फाइनेंस से दो ट्रैक्टरों का लोन लेकर भाग गया.