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लोकसभा चुनाव 2024 के नजदीक आते ही चढ़ा सियासी पारा, यहाँ समझें कांग्रेस-बीजेपी के सियासी समीकरण

 
लोकसभा चुनाव 2024 के नजदीक आते ही चढ़ा सियासी पारा, यहाँ समझें कांग्रेस-बीजेपी के सियासी समीकरण

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान में लोकसभा चुनाव लेकर सियासी रण अब सजने लगा है। बीजेपी की ओर से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार का आगाज कर दिया है। बीजेपी राजस्थान में कांग्रेस का क्लीनशिप करना चाहती है। लेकिन बीजेपी के लिए यह इस बार आसान नहीं होगा। उधर, कांग्रेस लगातार अपनी मजबूत सीटों पर डटी हुई है। वहीं बीजेपी का भी अपनी कमजोर सीटों को लेकर पूरा फोकस हैं। लोकसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इसको लेकर सियासी गलियारों में जमकर चर्चा चल रही है।

आधा दर्जन से अधिक सीटों पर कांग्रेस बता रही है पकड़

इस लोक सभा चुनाव में कांग्रेस क्लीनशिप के खतरे से बचना चाहती। पिछले दो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का एक भी सीट पर भी खाता नहीं खुला। इसके चलते कांग्रेस इस बार अपनी मजबूत रणनीति के तहत काम करने में जुटी हुई है। कांग्रेस के अनुसार राजस्थान की सात सीटों पर वह अपने आप को मजबूत मान रही है। इनमें सीकर, चूरू, झुंझुनू, बाड़मेर, दौसा, टोंक सवाई माधोपुर, भरतपुर और कोटा लोकसभा सीट है। जहां कांग्रेस अपने को बेहतर स्थिति में मान रही है।

बीजेपी का भी कमजोर सीटों पर विशेष प्लान

बीजेपी राजस्थान में मिशन 25 के टारगेट को लेकर काम कर रही है। बीजेपी का पूरा प्रयास है कि 25 में से 25 सीटों पर जीत हासिल की जाए। लेकिन कुछ सीटों पर बीजेपी को कमजोर स्थिति दिखाई दे रही है। इसको देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी डैमेज कंट्रोल करने में जुटे हुए। दो दिवसीय दौरे के तहत गृहमंत्री अमित शाह ने जयपुर, सीकर और जोधपुर लोकसभा क्षेत्र पर अपनी विशेष नजर रखकर यहां की सियासी समीकरणों को बदलने की कोशिश की है। इस दौरान अमित शाह ने कार्यकर्ताओं में लोकसभा चुनाव को लेकर उत्साह फूंकने की कोशिश की। इधर, पीएम नरेंद्र मोदी भी कोटपूतली, नागौर और चुरू सीटों पर चुनावी सभा का शंखनाद करेंगे।

बीजेपी ने आदर्श दर्जन सीटों पर मानी कमजोर स्थिति बीजेपी लोकसभा चुनाव को लेकर अपने प्लान के तहत जुटी हुई है। बीजेपी का मिशन 25 टारगेट है। लेकिन राजस्थान की आधा दर्जन लोकसभा सीटों पर भाजपा अपनी पकड़ कमजोर मान रही है। इनमें दौसा, करौली धौलपुर, चूरू, बाड़मेर, नागौर, बांसवाड़ा लोकसभा सीट शामिल है। इसके अलावा शेखावाटी क्षेत्र में भी भाजपा अपना पूरा फोकस रख रही है। विधानसभा चुनाव में शेखावाटी में बीजेपी का प्रदर्शन कमजोर रहा। इस कारण अमित शाह ने सीकर की सियासी समीकरण को मजबूत करने की कोशिश की है।