Aapka Rajasthan

Air India एक्सप्रेस ने एक साथ बीमार पड़े 25 कर्मचारियों को नौकरी से किया बर्खास्त

 
Air India एक्सप्रेस ने एक साथ बीमार पड़े 25 कर्मचारियों को नौकरी से किया बर्खास्त

जयपुर न्यूज़ डेस्क,  टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बिना नोटिस एक साथ बीमारी का हवाला देकर छुट्टी पर जाने वाले 300 कर्मचारियों में से 25 क्रू मेंबर्स को नौकरी से निकाल दिया है. कर्मचारियों की छुट्टी के कारण अचानक 70 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ी थी, जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा था. इस सार्वजनिक छुट्टी के अगले ही दिन एयर इंडिया ने ये बड़ा फैसला लिया है. कहा ये भी जा रहा है आज केबिन क्रू सदस्यों की मैनेजमेंट ने साथ होने वाली टाउनहॉल के बाद नौकरी से निकाले जाने वालों की संख्या बढ़ सकती है.

प्रवक्ता ने जारी किया था ये बयान 

एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने पहले अपने बयान में कहा, 'कल रात से अंतिम क्षणों में हमारे क्रू मेंबर्स के अनेक सदस्यों के बीमार होने की सूचना मिलने के कारण उड़ानों में देरी हुई या उन्हें रद्द किया गया है. इतनी बड़ी संख्या में क्रू मेंबर्स के सदस्यों द्वारा बीमार होने की सूचना दिए जाने के कारणों को समझने के लिए कंपनी उनसे बातचीत कर रही है और हमारे दल इस वजह से हमारे ग्राहकों को होने वाली किसी भी असुविधा को दूर करने के प्रयास में सक्रियता से इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं. उड़ान निरस्त होने की वजह से जो भी यात्री प्रभावित हुए हैं, उन्हें पूरा किराया वापस किया जाएगा अथवा किसी अन्य तारीख पर दूसरी उड़ान में यात्रा का अवसर दिया जाएगा.'

'ईमेल के जरिए भेजा टर्मिनेशन लेटर'

जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अचानक छुट्टी पर जाने वाले केबिन क्रू मेंबर्स को ईमेल के जरिए टर्मिनेशन की जानकारी भेजी है. ईमेल में लिखा, 'क्रू मेंबर्स बिना किसी कारण जानबूझकर गैर हाजिर हुए. उनकी इस गैरहाजिरी की कोई खस वजह नजर नहीं आती. सामूहिक तौर पर सीक लीव लेना एयर इंडिया एक्सप्रेस के नियमों का उल्लंघन है.' आपको बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस क्रू मेंबर्स के संघ (AIXEU) ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि विमानन कंपनी में कुप्रबंधन की स्थिति है और कर्मचारियों के साथ समान बर्ताव नहीं किया जा रहा. यह क्रू मेंबर्स संघ करीब 300 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है जिनमें अधिकतर वरिष्ठ कर्मी हैं. यही सदस्य कल एक एचआर पॉलिसी में हुए बदलाव को लेकर विरोध जताने के लिए छुट्टी पर चले गए थे, जिन्हें अब बर्खास्त कर दिया गया है.