Aapka Rajasthan

पति से तलाक के बाद प्रेमी के साथ मिलकर प्रेमिका ने उठया ये कदम, जानें मामला

 
पति से तलाक के बाद प्रेमी के साथ मिलकर प्रेमिका ने उठया ये कदम, जानें मामला  

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर के सबसे वीआईपी इलाके सी-स्कीम में पिछले दिनों हुई लूट की वारदात का खुलासा हो गया है। केसी भवन में हुई 15 लाख रुपए की लूट के मामले में ऑफिस गर्ल ही मास्टर माइंड निकली। केसी भवन में काम करने वाली लड़की ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर लूट की साजिश रची थी। उसी ने अपने परिचित को बुलाकर वारदात को अंजाम दिलाया। जयपुर की अशोक नगर पुलिस ने ऑफिस गर्ल शिप्रा गुप्ता, उसके बॉयफ्रेंड मुकेश गुप्ता और मनजीत सिंह राठौड़ को गिरफ्तार किया है। वारदात में शामिल दो और बदमाशों की पुलिस तलाश कर रही है।
 
पिस्टल की मौके पर हुई थी 15 लाख की लूट

पिछले महीने 24 अप्रैल की शाम को सचिवालय के पास युधिष्ठिर मार्ग स्थित केसी भवन में शाम साढ़े 5 बजे लूट की वारदात हुई थी। मुंबई में रहने वाले केसी चौधरी के इस केसी भवन में कई कंपनियों के ऑफिस हैं। केसी भवन की देखभाल और अलग अलग ऑफिस संचालकों से किराया वसूलने के लिए दो लड़कियां काम करती थी। 24 अप्रैल को दो बदमाश पिस्टल लेकर केसी भवन के ऑफिस में घुसे और दोनों लड़कियों को पिस्टल दिखाकर ऑफिस की दराज में रखे 15 लाख रुपए लूट लिए थे। पुलिस की जांच में सामने आया कि इन दोनों लड़कियों में से शिप्रा गुप्ता की प्लानिंग से यह वारदात हुई थी।

बॉयफ्रेंड के साथ ऐशो आराम करना चाहती थी शिप्रा

अशोक नगर एसीपी बालाराम चौधरी ने बताया कि मुरलीपुरा स्कीम निवासी शिप्रा गुप्ता केसी भवन में पिछले कुछ वर्षों से नौकरी करती थी। वह तलाकशुदा है। मुरलीपुरा स्कीम निवासी एक युवक मुकेश गुप्ता से वह प्रेम करती है। जिस केसी भवन में वह जॉब करती थी। वहां लाखों रुपए का कलेक्शन आता जाता रहता है। शिप्रा ने ही अपने बॉयफ्रेंड ऐशो आराम की जिंदगी जीना चाहती थी। उसी ने मुकेश से मिलकर लूट की प्लानिंग की। मुकेश ने अपने दोस्त को लूट की वारदात के लिए तैयार किया। जब लूट की वारदात हो रही थी। तब शिप्रा ऑफिस में ही थी और मुकेश ऑफिस के बाहर खड़ा होकर निगरानी कर रहा था।

लूट के लिए हिस्ट्रीशीट को बुलाया

लूट की प्लानिंग से पहले शिप्रा, उसके बॉयफ्रेंड मुकेश और प्रॉपर्टी डीलर मनजीत ने दो तीन बार मिलकर शराब पार्टी की। वारदात के लिए कोई मजबूत व्यक्ति की तलाश कर रहे थे। इसके बाद मनजीत सिंह ने झुंझुनूं के हिस्ट्रीशीटर भरत सिंह और उसके साथी से मदद मांगी। वे दोनों लूट की वारदात करने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद शिप्रा अपने बॉयफ्रेंड को रोज अपडेट देती थी कि ऑफिस में कितना कलेक्शन है। 24 अप्रैल को 15 लाख रुपए का कलेक्शन था। ऐसे में उसी दिन लूट की वारदात को अंजाम दिया गया।