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आखिर क्यों पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा Jawai Bandh, वीडियो में देखे और खुद करे फैसला

आखिर क्यों पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा Jawai Bandh, वीडियो में देखे और खुद करे फैसला
 
आखिर क्यों पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा Jawai Bandh, वीडियो में देखे और खुद करे फैसला

राजस्थान को अक्सर रेत के टीलों, किलों और महलों की धरती के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस राज्य के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में स्थित एक शांत और सुरम्य स्थल – जवाई बांध – आजकल पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। यह क्षेत्र सिर्फ एक बांध ही नहीं, बल्कि एक ऐसा प्राकृतिक और वन्य जीवन से भरपूर स्थान है, जहाँ प्रकृति और जंगली जीवन का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।


कहाँ है जवाई बांध?
जवाई बांध राजस्थान के पाली जिले के बाली और सुमेरपुर कस्बों के बीच स्थित है। इसे अंग्रेजी शासनकाल के दौरान वर्ष 1957 में जवाई नदी पर बनाया गया था। यह बांध जोधपुर और उदयपुर से लगभग समान दूरी पर स्थित है, इसलिए यह दोनों शहरों से आने वाले पर्यटकों के लिए एक आदर्श वीकेंड डेस्टिनेशन बन चुका है।

क्या है खास जवाई बांध में?
जवाई बांध की सबसे बड़ी खासियत है इसका लेपर्ड सफारी क्षेत्र। यह भारत के उन दुर्लभ स्थानों में से एक है, जहाँ आप खुले पहाड़ी इलाकों में तेंदुओं को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। खास बात ये है कि यहां तेंदुए और स्थानीय ग्रामीणों के बीच सदियों पुराना संतुलन है, जो इस क्षेत्र को और भी खास बनाता है।यहाँ के ग्रेनाइट की पहाड़ियाँ, घुमावदार रास्ते, शांत जलराशि और सूरज की रोशनी में चमकते बांध के दृश्य, एक अनोखी फोटोग्राफी साइट का एहसास कराते हैं। बर्ड वॉचिंग के शौकीनों के लिए भी यह स्थान किसी स्वर्ग से कम नहीं। सर्दियों में यहां फ्लेमिंगो, सारस, स्टोर्क और पेंटेड स्टॉर्क जैसे पक्षियों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

तेंदुए के अलावा और क्या?
हालांकि लेपर्ड सफारी यहां की मुख्य आकर्षण है, लेकिन भेड़िए, लोमड़ी, जंगल कैट, नीलगाय और चीतल भी यहाँ बड़ी संख्या में देखे जा सकते हैं। यदि आप किस्मत वाले हुए, तो आपको पहाड़ी की चोटी पर बैठे हुए तेंदुए का दीदार हो सकता है, जो जवाई का सबसे प्रसिद्ध दृश्य बन चुका है।जवाई बांध के चारों ओर फैला जवाई लेपर्ड कंज़र्वेशन रिज़र्व इन जानवरों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है और पर्यटकों को बिना किसी बाधा के वन्यजीवन को देखने का मौका देता है।

ग्रामीण पर्यटन का अनुभव
जवाई क्षेत्र में आप राजस्थान की असली ग्रामीण संस्कृति से भी रूबरू हो सकते हैं। यहाँ के रबारी समुदाय – जो पारंपरिक पशुपालक हैं – से मुलाकात कर आप उनके जीवनशैली, पहनावे, खान-पान और लोक गीतों का अनुभव ले सकते हैं। कई होमस्टे और विलासितापूर्ण टेंट्स अब इन्हीं गांवों के पास बनाए गए हैं जो स्थानीय संस्कृति और आधुनिक सुविधाओं का संतुलन बनाए रखते हैं।

रोमांच और शांति का संगम
जवाई बांध सिर्फ वन्यजीवन प्रेमियों के लिए ही नहीं, बल्कि उन यात्रियों के लिए भी है जो भीड़ से दूर शांत और आत्मिक यात्रा की तलाश में हैं। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बांध की ओर से दिखने वाला दृश्य मन को सुकून देने वाला होता है।यहाँ के कुछ हिलटॉप्स पर ट्रेकिंग करते समय आप पूरे इलाके का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। अगर आप एडवेंचर पसंद करते हैं, तो रॉक क्लाइम्बिंग, बर्ड ट्रेलिंग और कैमरा सफारी जैसी गतिविधियाँ आपके लिए परफेक्ट हैं।

कैसे पहुंचे जवाई बांध?
जवाई बांध सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। निकटतम रेलवे स्टेशन जवाई बांध रेलवे स्टेशन है, जो अहमदाबाद-जोधपुर रूट पर पड़ता है। नजदीकी हवाई अड्डे में उदयपुर और जोधपुर एयरपोर्ट प्रमुख हैं। आप वहां से टैक्सी या कैब के माध्यम से आसानी से पहुंच सकते हैं।

कहाँ ठहरें?
जवाई में अब कई लक्ज़री टेंट्स, जंगल लॉज और होमस्टे मौजूद हैं जो सफारी पैकेज सहित सुविधाएं प्रदान करते हैं। ‘जवाई लेपर्ड कैंप’, ‘सुविरा रिजॉर्ट’ और ‘बेरिसा जंगल कैंप’ जैसे विकल्प पर्यटकों में खासे लोकप्रिय हैं।जवाई बांध एक ऐसी जगह बन चुकी है जहाँ रोमांच, प्राकृतिक सौंदर्य और ग्रामीण संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। यह स्थान उन लोगों के लिए आदर्श है जो राजस्थान के पारंपरिक पर्यटन स्थलों से हटकर कुछ नया, प्रामाणिक और शांत अनुभव करना चाहते हैं।