BAP विधायक पर ACB का शिकंजा! जमीन से बरामद किये रिश्वत के 20 लाख रूपए, अब शुरू होगा बड़े खुलासे का सिलसिला

राजस्थान के बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल को एसीबी की टीम ने रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। एक तरफ एसीबी की इस कार्रवाई ने प्रदेश में सियासी हलचल मचा दी है। वहीं, ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि एसीबी ने किसी विधायक को रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। रविवार (4 मई) को विधायक जयकृष्ण पटेल को एसीबी की टीम ने उनके आवास से गिरफ्तार किया था। वहीं, पैसों के लेन-देन के बीच विधायक का निजी सचिव रोहित कथित तौर पर रिश्वत के 20 लाख रुपये लेकर फरार हो गया था। लेकिन अब 20 लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं।
विधायक पर क्यों लगा रिश्वत का आरोप
आपको बता दें कि विधानसभा में पिछले सत्र के दौरान 11 जुलाई 2024 को अवैध खनन, फार्म हाउस, वन्यजीव और मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कुछ सवाल पूछे गए थे। खनन से जुड़े इन सवालों को हटवाने के लिए विधानसभा में रिश्वत का खेल शुरू हुआ था। बताया जाता है कि बीएपी विधायक ने इन सवालों को हटवाने के लिए 10 करोड़ की मांग की थी। लेकिन आखिरकार 2.5 करोड़ में सौदा तय हुआ था। बताया जा रहा है कि भारत आदिवासी पार्टी के विधायक जयकृष्ण पटेल अपने विधानसभा क्षेत्र से 600 किलोमीटर दूर करौली जिले की टोडाभीम विधानसभा में एक खनन कंपनी को ब्लैकमेल कर रहे थे। वह कंपनी टैल्कोस इंडिया एलएलपी है, जो भाजपा नेता रामनिवास मीना और उनके बेटे रविंद्र मीना की है।
रिश्वत को लेकर की गई थी शिकायत
इस मामले में सामने आया है कि रिश्वत मांगने की शिकायत पर एसीबी ने 29 जुलाई 2024 की मौका रिपोर्ट, खनन विभाग के जवाब, वन विभाग की रिपोर्ट और फोन कॉल, दस्तावेज और ट्रैप वीडियो जुटाए हैं। मामले की पुष्टि के लिए विधायक, उनके गनमैन और कंपनी के कुछ कर्मचारियों को भी सर्विलांस पर लिया गया। इसके बाद रविवार को बाप विधायक को ट्रैप करने की कार्रवाई की गई। वहीं, विधायक जयकृष्ण पटेल को रिश्वत की पहली किस्त 20 लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
एसीबी अब करेगी बड़ा खुलासा
विधायक जयकृष्ण पटेल को सोमवार (5 मई) को कोर्ट में पेश किया गया। वहीं, विधायक ने इस मामले में बयान दिया है कि उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। कोर्ट ने विधायक और उनके चचेरे भाई को दो दिन की रिमांड पर भेज दिया है। वहीं एसीबी ने विधायक के आवास की सीसीटीवी फुटेज जब्त कर ली है। एफएसएल टीम सर्वर रूम की भी जांच करेगी। इसके अलावा एसीबी की टीम गनमैन, ड्राइवर और सोशल मीडिया टीम से भी पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि पूछताछ में कई और बड़े खुलासे होंगे। वहीं, जयकृष्ण पटेल के विधायक रहने या न रहने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि कोर्ट के फैसले पर विधायक का दर्जा तय होगा।