सावर में आत्महत्या का नाटक रचने वाला युवक अजमेर से पकड़ा गया, वीडियो में जानें तीन दिन चली तलाशी बेकार
सावर में बनास नदी पुलिया पर आत्महत्या का नाटक करने वाला युवक रामलाल उर्फ कालूराम आखिरकार अजमेर रेलवे स्टेशन से पुलिस की पकड़ में आ गया। यह युवक तीन दिनों तक पुलिस, एसडीआरएफ और प्रशासन की भारी तलाशी अभियान को बेकार कर गया था।
घटना 3 दिसंबर की है, जब अजमेर कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि स्टेट हाईवे 26 स्थित बनास नदी पुलिया पर एक युवक ने छलांग लगाकर आत्महत्या कर दी है। मौके पर पहुंची पुलिस को युवक की मोटरसाइकिल, सुसाइड नोट, तीन आधार कार्ड की फोटोकॉपी और एक पासपोर्ट साइज फोटो मिली।
सुसाइड नोट और मिले कागजातों से युवक की पहचान रामलाल, पुत्र धन्ना रेगर, निवासी भीमपुरा (भीलवाड़ा) के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया। एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन भी इस अभियान में शामिल हुए, लेकिन रामलाल न तो अपनी जगह मिला और न ही कोई और सुराग हाथ आया।
अंततः अजमेर जीआरपी ने तकनीकी ट्रेसिंग और मुखबिरों की सूचना के आधार पर रामलाल को अजमेर रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया। अधिकारियों के अनुसार, युवक ने यह आत्महत्या का नाटक जानबूझकर किया था। पुलिस ने रामलाल के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी मानसिक स्थिति और मकसद की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामलाल ने यह नाटक प्रशासन और पुलिस की जांच क्षमता को परखने के लिए किया था। उन्होंने सुसाइड नोट में अपने निजी कारणों का हवाला दिया, लेकिन पुलिस इस मामले में पूरी तरह स्पष्ट कर रही है कि युवक ने किसी तरह की असल आत्महत्या का प्रयास नहीं किया।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि इस तरह के मामलों में पुलिस की सतर्कता और तकनीकी मदद महत्वपूर्ण होती है। रामलाल के पकड़े जाने के बाद पुलिया और आसपास के इलाके में तनाव कम हुआ है। पुलिस और प्रशासन अब यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भविष्य में इस तरह के नाटकीय और झूठे आत्महत्या की घटनाओं से बचा जा सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में मानसिक स्वास्थ्य और युवाओं की समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है। रामलाल जैसे युवा जो नाटक के लिए प्रशासन को चुनौती देते हैं, उनके लिए उचित मार्गदर्शन और परिवारिक समर्थन बेहद आवश्यक है।
राजस्थान में यह घटना प्रशासन और पुलिस के लिए चेतावनी की तरह है कि तकनीकी साधनों और स्थानीय लोगों की मदद से ऐसी झूठी घटनाओं का तुरंत पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा, युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
रामलाल की गिरफ्तारी से सावर और अजमेर के स्थानीय नागरिकों ने राहत की सांस ली। पुलिस ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और युवक के पीछे की मंशा और मानसिक स्थिति का खुलासा किया जाएगा।
