राजस्थान में एक अनोखी परीक्षा जिसमें महिलाओं की भागीदारी 70% तक, जानिए इसके पीछे क्या है वजह ?

राजस्थान में एक प्रतियोगी परीक्षा ऐसी भी है, जिसमें इस बार पुरुषों से ज्यादा महिलाएं भाग ले रही हैं। वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी (वीएमओयू) कोटा द्वारा आयोजित प्री डीएलएड (बीएसटीसी) परीक्षा 2025 में अब तक प्राप्त 4.75 लाख आवेदनों में से 70 फीसदी अभ्यर्थी महिलाएं हैं। यह आंकड़ा न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि प्रदेश में महिलाओं की बदलती सोच और शिक्षा के प्रति बढ़ते रुझान का भी संकेत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण महिलाओं का शिक्षण को सुरक्षित और सम्मानजनक करियर के रूप में देखना है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों की शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता, सरकारी योजनाएं और नजदीक में शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों की सुविधा ने भी इस रुझान को बढ़ावा दिया है।
17 अप्रैल है आखिरी मौका
वीएमओयू कोटा समन्वयक डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि आवेदन की अंतिम तिथि 17 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिला अभ्यर्थी आवेदन कर सकें। परीक्षा एक जून को प्रदेश के 41 जिलों में होगी।इस बार प्रश्नपत्र भाषा के हिसाब से दिए जाएंगे- हिंदी माध्यम के आवेदकों को हिंदी में और अंग्रेजी माध्यम के आवेदकों को अंग्रेजी में दिए जाएंगे। इसके अलावा आवेदन में गलती करने वाले अभ्यर्थियों के लिए 100 रुपये शुल्क के साथ सुधार विंडो भी खोली गई है।
पिछले साल 2024 में इस परीक्षा में 6.45 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए थे और करीब 5.95 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इस बार आवेदनों की संख्या कम है, लेकिन अंतिम तिथि तक इसमें बढ़ोतरी होने की संभावना है।महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि आने वाले वर्षों में शिक्षा क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका और अधिक प्रभावशाली होने वाली है।