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1500 KM दूर से आये बांग्लादेशी गिरोह ने जयपुर में की हैवानियत की हदें पार, लूटपाट और महिला के साथ किया घिनौना अपराध

 
1500 KM दूर से आये बांग्लादेशी गिरोह ने जयपुर में की हैवानियत की हदें पार, लूटपाट और महिला के साथ किया घिनौना अपराध

शुक्रवार की रात थी। सब कुछ सामान्य था। सड़कें खाली थीं। रात के सन्नाटे को चीरती पुलिस की गाड़ियां गश्त कर रही थीं। वैशाली नगर थाने की पुलिस जीप भी रात करीब डेढ़ बजे राजधानी के पॉश चित्रकूट इलाके में गश्त पर थी। उसी समय एक ज्वैलर का परिवार बंगले में कहर बरपा रहा था। बांग्लादेश से आए लुटेरों ने इस बंगले को 2 घंटे तक लूटा। उन्होंने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। उन्होंने परिवार को बंधक बना लिया और महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। भोर होने से ठीक पहले सभी बदमाश भाग निकले। इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी पुलिस को अगली सुबह मिली। तब तक लुटेरे राज्य की सीमा पार कर बांग्लादेश की ओर निकल चुके थे।

खिड़की की ग्रिल खोलकर अंदर घुसे बदमाश
वैशाली नगर के चित्रकूट इलाके का ज्वैलर परिवार 19 सितंबर 2014 की रात गहरी नींद में सो रहा था, उसे आने वाले खतरे का अंदाजा नहीं था। बदमाशों ने बगल में खाली प्लॉट की बाउंड्री फांदकर बाउंड्रीवाल फांदकर घर में प्रवेश किया। रसोई की खिड़की की ग्रिल में लगे स्क्रू को पेचकस की मदद से खोलकर निकाल दिया। रात करीब ढाई बजे बदमाश घर में घुसे। घर में ज्वैलर, उनकी पत्नी और एक बेटा पहली मंजिल पर सो रहे थे और उनके पिता और एक बेटा ग्राउंड फ्लोर पर सो रहे थे। बदमाशों ने ग्राउंड फ्लोर पर सो रहे ज्वैलर के पिता को जगाया और धमकाया। ज्वैलर के बुजुर्ग पिता को चादर में लपेटा और दूसरी चादर फाड़कर उनके हाथ-पैर बांध दिए। बदमाशों ने बुजुर्ग को इतनी कसकर बांधा कि उनका दाहिना पैर फ्रैक्चर हो गया। 

इसके बाद घर की तलाशी ली और पहली मंजिल पर पहुंचे। इस दौरान ज्वैलर के बड़े बेटे को भी अपने साथ ऊपर ले गए। देर रात से सुबह तक परिवार तबाह रहा बदमाश ज्वैलर के बेडरूम में पहुंचे। जब ज्वैलर ने बदमाशों का विरोध किया तो बदमाशों ने चाकू और हथियार दिखाकर धमकाया। इस बीच उसकी 34 वर्षीय पत्नी भी जाग गई। बदमाशों ने दोनों को धमकाया और चिल्लाने पर बेटे को जान से मारने की धमकी दी। बदमाशों ने पीड़ितों से मोबाइल छीन लिए और अलमारी की चाबियां मांगी। ज्वैलर ने विरोध किया तो बदमाशों से उनकी झड़प हो गई। इस पर एक बदमाश ने ज्वैलर की पिटाई शुरू कर दी। इसी बीच दूसरे बदमाश ने लोहे के पाइप से ज्वैलर के सिर पर हमला कर दिया। बदमाशों और ज्वैलर के बीच मारपीट बढ़ने पर एक बदमाश ने ज्वैलर पर चाकू से 9 बार वार किए। बदमाशों ने दंपती के हाथ-पैर बांध दिए और दोनों बच्चों को बंधक बना लिया।

2 बदमाशों ने महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया
लुटेरों ने महिला के पहने हुए जेवर छीन लिए। वहीं ज्वैलर ने सोने की 3 अंगूठियां पहन रखी थीं, जिनमें हीरे, पुखराज और पन्ना जड़े थे। बदमाशों ने गंभीर रूप से घायल ज्वैलर से ये अंगूठियां भी छीन लीं।
बदमाशों ने अलमारी में रखे लाखों रुपये के जेवर भी लूट लिए। बदमाशों ने महिला के पति को गंभीर हालत में ड्रेसिंग टेबल के पास फेंक दिया।
उन्होंने दोनों बच्चों को चादर ओढ़ाकर बेड पर सुला दिया और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद दो बदमाशों ने बारी-बारी से महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
बदमाशों ने दो घंटे तक उत्पात मचाया और करीब साढ़े चार बजे पैदल ही भाग निकले। बदमाशों के जाने के बाद महिला ग्राउंड फ्लोर पर गई तो उसके ससुर को भी चादर से बांध दिया।

लूट की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची
महिला ने किसी तरह अपने हाथ छुड़ाए। इसके बाद उसने अपने पति और ससुर के हाथ-पैर छुड़ाए। बदहवास महिला पड़ोसी के घर गई और अपने मोबाइल फोन से अपनी मौसी को घटना की जानकारी दी। जिन्होंने बाद में जयपुर पुलिस को घटना की जानकारी दी।लूट की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और नाकाबंदी कर दी। पूछताछ में महिला ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना बताई। पुलिस ने महिला द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर स्केच तैयार किए।पुलिस ने पीड़ित महिला की रिपोर्ट पर बदमाशों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, लूट और हत्या के प्रयास समेत आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।मेडिकल रिपोर्ट में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।

रेकी के बाद वारदात
वारदात के तरीके को देखकर पुलिस का मानना ​​है कि पूरी प्लानिंग के साथ रेकी के बाद इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है। जांच के लिए जयपुर पुलिस ने एसआईटी गठित की।कुछ दिन पहले घर की पुताई करने आए दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। घर में एसी ठीक करने वालों से भी पूछताछ की गई। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

पुलिस ने वारदात स्थल से फिंगरप्रिंट, डीएनए सैंपल और अन्य फोरेंसिक साक्ष्य जुटाए। आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई, जिससे संदिग्धों की गतिविधियों के बारे में कुछ सुराग मिले।पुलिस को शक है कि इसमें मध्य प्रदेश या बांग्लादेशी गिरोह का हाथ हो सकता है। पुलिस को स्थानीय मुखबिरों से इनपुट मिला कि कुछ दिन पहले अपराधी अवैध तरीके से भारत आए हैं। वे भी ऐसी वारदातों में शामिल हो सकते हैं।

मोबाइल कॉल डिटेल का डाटा खंगाला
पुलिस ने वारदात वाली रात से संबंधित मोबाइल टावर का डाटा खंगाला। पुलिस ने राज्य के बाहर से कॉल करने वाले नंबरों की जांच शुरू की। इसके लिए अलग से विंग बनाई गई।इस विंग ने घटना के समय और सुबह 4:30 बजे तक के कॉल रिकॉर्ड की जानकारी जुटाई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। साथ ही एक टीम को जयपुर के आसपास के सभी टोल नाकों के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगालने के निर्देश दिए।डकैतों ने ज्वैलर के परिवार से 4 मोबाइल फोन छीन लिए थे। इनमें से एक मोबाइल हीरापुरा के पास मिला। दूसरे की लोकेशन सिरसी रोड और तीसरे की लोकेशन महापुरा थी। इसके बाद सभी मोबाइल बंद हो गए।

जयपुर पुलिस ने 5 राज्यों में की तलाश, दिल्ली में डाला डेरा
पुलिस ने पांच राज्यों में तलाशी अभियान चलाया। राजस्थान के साथ ही मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में पुलिस की टीमें डकैतों की तलाश में जुट गईं। बदमाशों की तलाश में जयपुर पुलिस की अलग-अलग टीमें दिल्ली भेजी गईं।घटना के तरीके से पुलिस को शक था कि यह वारदात दिल्ली या उसके आसपास रहने वाले किसी बांग्लादेशी गिरोह का काम हो सकती है। जयपुर और अजमेर में पहले भी ऐसी वारदातें हो चुकी हैं। इनमें कुछ बदमाश पकड़े भी गए थे।वहीं, जांच में पता चला कि कुछ अपराधियों को कुछ दिन पहले ही जमानत मिल गई थी। पुलिस ने उनके रिकॉर्ड भी खंगालने शुरू कर दिए। आखिरकार पुलिस को जो सबूत मिले, वे चौंकाने वाले थे।पुलिस जांच में पता चला कि लुटेरे बांग्लादेश से आए थे और जयपुर में वारदात को अंजाम दिया। इतना ही नहीं, गिरोह में शामिल लुटेरे वारदात वाले दिन ही बांग्लादेश भाग गए थे।

दूसरे देश से आए अपराधियों ने इस सनसनीखेज वारदात को कैसे अंजाम दिया?
लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी वापस बांग्लादेश कैसे भाग गए?
क्या जयपुर में रहने वाले किसी व्यक्ति ने लुटेरों की मदद की?
जयपुर पुलिस को बांग्लादेशी लुटेरों के बारे में सुराग कैसे मिले?