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राजस्थान क्रिकेट संघ में अध्यक्ष पद वैभव का बजेगा डंका, नादूं गुट को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार, टीम में होंगे नए चेहरे

 
राजस्थान क्रिकेट संघ में अध्यक्ष पद वैभव का बजेगा डंका, नादूं गुट को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार, टीम में होंगे नए चेहरे

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान क्रिकेट संघ में चुनावी बिगुल बज चुका है। आरसीए की नई कार्यकारिणी समिति के लिए 30 सितंबर को मतदान होगा। वहीं नागौर, श्रीगंगानगर और अलवर जिला संघों की आपत्तियों पर आज से सुप्रीम कोर्ट में लोकपाल जैसे मुद्दों पर सुनवाई होगी। ऐसे में माना जा रहा है कि कोर्ट के फैसले के बाद राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की चुनावी तस्वीर भी साफ हो जाएगी। नागौर जिला क्रिकेट संघ के सचिव राजेंद्र सिंह ने कहा कि आरसीए में तानाशाही है। जिसके खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट गए हैं। ऐसे में लोकपाल, चुनाव अधिकारी, मतदान सूची समेत जिला संघों के खिलाफ दर्ज आपत्तियों पर आज फैसला लिया जाएगा। ऐसे में हम कोर्ट के फैसले के बाद ही फैसला लेंगे कि चुनाव लड़ना है या नहीं।

वैभव की ताजपोशी तय

राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष वैभव गहलोत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र हैं। साथ ही उन्हें राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चाणक्य विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी का भी पूरा समर्थन है। इसलिए माना जा रहा है कि वैभव के खिलाफ इस बार अध्यक्ष पद के लिए कोई उम्मीदवार नहीं होगा। ऐसे में नामांकन के साथ ही वैभव अध्यक्ष पद से क्लीन स्वीप कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ जिला यूनियनों के पदाधिकारियों को विपक्ष ने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने को कहा। लेकिन उन्होंने वैभव के खिलाफ चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। हालांकि, उम्मीदवार अन्य कार्यकारी पदों के लिए चुनाव लड़ सकते हैं।

पुराने पदाधिकारियों के दोबारा चुने जाने पर असमंजस
आरसीए की वर्तमान कार्यकारी समिति में उपाध्यक्ष अमीन पठान, सचिव महेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष कृष्णा निमावत, संयुक्त सचिव महेंद्र नाहर और कार्यकारी सदस्य देवराम चौधरी शामिल हैं। हालांकि, जस्टिस आरएम लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के लागू होने से इनमें से कई सदस्यों के दोबारा चुने जाने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार, राज्य क्रिकेट संघ या बीसीसीआई स्तर के पदाधिकारियों को छह साल के कार्यकाल के बाद तीन साल के ब्रेक से गुजरना होगा। इस नियम के कारण, राज्य संघ के कई सदस्यों को चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है। ऐसे में मौजूदा कार्यकारी अधिकारी जल्द ही बैठक कर कार्यकारिणी पदों के लिए उम्मीदवारों पर मंथन करेंगे।

उन्हें नए व्यवसाय में जगह मिल सकती है
वैभव गहलोत के साथ इस बार भीलवाड़ा के रामपाल शर्मा, चित्तौड़गढ़ के शक्ति सिंह राठौर, सवाई माधोपुर के डॉक्टर सुमित गर्ग, अजमेर के राजेश भड़ाना, झालावाड़ के फारूक और कोटा के अनस पठान को नई आरसीए टीम में जगह मिल सकती है। वहीं दूसरी ओर सीकर के केके निमावत या भवानी समोता व्यवसाय से जुड़ सकते हैं।

30 सितंबर को होंगे चुनाव
आरसीए कार्यकारिणी में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और कार्यकारी सदस्य पदों के लिए 30 सितंबर को सुबह 8 बजे से 10 बजे तक वोटिंग होगी. जिसके बाद परिणाम की घोषणा की जाएगी। इससे पहले 26 सितंबर को नामांकन पत्र भरे जाएंगे। सत्यापन 27 सितंबर को होगा। जबकि 29 सितंबर तक नामांकन वापस लेने के बाद अंतिम सूची की घोषणा की जाएगी।

इस तरह होगा आरसीए का चुनाव कार्यक्रम

25 सितंबर को जारी हुई थी वोटर लिस्ट
26 सितंबर को नामांकन दाखिल किए गए थे
27 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच
पात्र उम्मीदवारों की सूची 28 सितंबर को जारी की गई है
29 सितंबर को नाम वापस लिए जाएंगे
30 सितंबर को होगा मतदान
मतगणना 30 सितंबर को ही
वैभव ने डूडी को हराया
आपको बता दें कि आरसीए की वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल 4 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है। तीन साल पहले 4 अक्टूबर 2019 को वैभव गहलोत ने आरसीए अध्यक्ष चुनाव अभियान जीता था। उसके बाद उन्होंने चुनाव के माध्यम से रामेश्वर डूडी समूह को हराया। वहीं इस बार रामेश्वर डूडी ने आरसीए चुनाव से दूरी बना ली है।