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Sachin Pilot: राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट का राजनीतिक जीवन, डिप्टी सीएम बनने तक का ऐसा रहा सफर

 
Sachin Pilot: राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट का राजनीतिक जीवन, डिप्टी सीएम बनने तक का ऐसा रहा सफर

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान के दिग्गज नेताओं में सचिन पायलट का नाम भी शामिल है। सचिन पायलट के पिता का नाम राजेश पायलट है, वो भी राजनीति की दुनिया के बहुत बड़े नाम रह चुके है। सचिन पायलट ने अपनी शुरुआती पढ़ाई एयर फोर्स बाल भारती स्कूल से की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए किया और स्नातकोत्तर करने पेंसिलवानिया विश्वविद्यालय अमेरिका गए और एमबीडी की डिग्री ली है।सचिन पायलट की शादी 2004 में दिल्ली में सारा पायलट के साथ हुई जो कश्मीर के दिग्गज कांग्रेसी नेता फारूक अब्दुल्लाह की बेटी है। सचिन पायलट के दो बेटे है जिनका नाम आरन पायलट, विहान पायलट है। सचिन गुर्जर जाति से सनातन हिन्दू धर्म को मानने वाले है। 

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सचिन पायलट का जन्म 8 सितम्बर 1977 को सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ लेकिन इनका राजनीतिक जीवन राजस्थान में गुजरा। वेदपुरा उनका पैतृक गाँव है। सचिन पायलट 10 फरवरी 2002 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और सन् 2004 में ही 14वीं लोकसभा के सदस्य बने। भारत के सबसे युवा सांसद सचिन पायलट है जो 26 साल की उम्र में संसद बने। यह राजस्थान राज्य से 5वें उपमुख्यमंत्री भी रहे। सचिन राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को जिन्दा कर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बहुमत दिलाने वाले अध्यक्ष के रूप में अब उनका नाम मुख्यमंत्री की होड़ में शामिल हो गया हैं। राजस्थान की राजनीति और खासकर कांग्रेस दो खेमो में बंटी हुई दिखाई दी है। एक खेमा अशोक गहलोत और समर्थकों का है तो दूसरा सचिन पायलट का हैं। अनेकों बार दोनों दिग्गज नेताओं में मनमुटाव भी देखा गया हैं। जब से सचिन पायलट ने मुखर होकर गहलोत का विरोध करना शुरू किया हैं, उन्हें राजनीति में हासिये पर लाने की हर सम्भव कोशिशे हुइ हैं। गहलोत ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पद से भी हटा दिया हैं। 

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कांग्रेस के आलाकमान इन दोनों नेताओं के बीच के मन मुटाव को कम कर पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर दिया। हाल ही में सीडब्ल्यूसी की बैठक में एकमात्र नेता सचिन पायलट जिसकी सब सदस्यों ने जमकर तारीफ की थी। खासकर प्रियंका गांधी ने पायलट की सरहाना की है। जिसके बाद से अब कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या सचिन पाइलट को कोई बहुत बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है, क्या उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा पद मिलेगा या राजस्थान में उनके लिए कुछ खास है। खैर ये तो वक्त ही बताएगा कि सचिन पायलट को आगे की राजनीति का सफर कैसा रहता है।