Rajasthan Political Crisis : राजस्थान में विधायकों की सियासी बयानबाजी जारी, कांग्रेस आलाकमान ने जारी की एडवाइजरी
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में सीएम के पद को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है और कांग्रेस विधायकों के बयानबाजी के चलते एक बार फिर कांग्रेस का अंदरूनी कलह सबके सामने आ रहा है। ऐसे में नेताओं के बयानबाजी को लेकर कांग्रेस आलाकमान गंभीर हैं। सभी नेताओं को आलाकमान ने पार्टी के आंतरिक मामले और किसी भी नेता के खिलाफ बयानबाजी नहीं करने के निर्देश दिए हैं। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एडवाइजरी जारी करते हुए बयानबाजी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है।
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इससे पहले राजस्थान सियासी घटनाक्रम पर जानकार सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आई है। राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम आम सहमति के लिए जल्द फिर से विधायक दल की बैठक होगी। नए मुख्यमंत्री के नाम पर आम सहमति के लिए यह बैठक होगी। अब हर किसी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अधिकृत घोषणा का इंतजार हैं।
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इस बीच कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयान देते हुए कहा कि एक या दो दिन में सोनिया गांधी राजस्थान मुख्यमंत्री पर फैसला लेंगी। सूत्रों के मुताबिक नए मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई। केसी वेणुगोपाल के अनुसार एक या दो दिन में विधायक दल की बैठक होगी और स्वभाविक तौर पर पायलट ही दौड़ में सबसे आगे हैं। क्योंकि दो वर्ष पहले मानेसर से शुरू हुए इस सारे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में पायलट को ही एक स्वाभाविक पसंद माना जाता रहा है। अब मुख्यमंत्री बनना या ना बनना उनके भाग्य पर निर्भर हैं।

हालाँकि अशोक गहलोत को राजस्थान के मुख्यमंत्री के पद से हटाना सिर्फ विरोधियों के लिए ही नहीं बल्कि आलाकमान के लिए भी आसान नहीं है। राजस्थान, कांग्रेस के उन दो राज्यों में से एक है जहां से कांग्रेस सत्ता में है। लिहाजा ऐसे में पार्टी की फंडिग का भी बड़ा हिस्सा राजस्थान से आता है। जबकि छत्तीसगढ़ एक छोटा राज्य है। ऐसे में अशोक गहलोत की दावेदारी दिल्ली दरबार में भारी दिखाई दे रही है।
